श्रीनगर: राजकीय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सत्र वर्ष 2023-24 के लिए प्रथम काउंसलिंग समाप्त हो गयी है. जिसमें स्टेट कोटे की सीटों में प्रथम काउंसलिंग में 119 छात्रों की लिस्ट में 114 छात्रों ने प्रवेश लिया है. ऑल इंडिया कोटे की सीट पर 22 छात्रों में चार छात्रों ने एडमिशन लिया. एडमिशन के दौरान एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद पांच साल का सरकारी अस्पतालों में सेवाएं देने का बॉन्ड 22 छात्रों ने भरा, जबकि 92 छात्रों ने बॉन्ड नहीं भरा.
मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में एमबीबीएस नये सत्र के लिए एडमिशन प्रक्रिया संपन्न हो गई है. एमबीबीएस में एडमिशन के दौरान विगत वर्षों जहां बॉन्ड ना भरने पर छात्र को हर साल चार लाख रूपये देकर एमबीबीएस की पढ़ाई पर खर्च करना पड़ती थी, वहीं, इस साल इसे कम कर दिया गया है. अब हर छात्र को पढ़ाई के दौरान चार लाख के बजाय मात्र 1 लाख 45 हजार रुपये सालाना फीस देनी होगी. ऐसे में बॉन्ड ना भरने वाले छात्रों को सीधे ढ़ाई लाख से अधिक रूपये की बचत हर साल होगी.
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सरकार ने एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्रों के परिवार को राहत देने के लिए ये फैसला लिया था. वहीं, बॉन्ड भरने वाले छात्रों की एमबीबीएस की पढ़ाई पर हर साल मात्र 50 हजार रूपये देने होंगे. बता दें प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों से एमबीबीएस करने के बाद प्रदेश को हर साल डॉक्टर मिल रहे हैं. ऐसे में अस्पतालों में डॉक्टरों की तैनाती करने में आसानी होगी. साथ ही डॉक्टरों की कमी भी दूर होगी. मेडिकल कॉलेज में प्रथम एमबीबीएस काउंसलिंग संपन्न होने के बाद छात्रों को अब एक माह का फाउंडेशन कोर्स संचालित होगा. जिसके बाद विधिवत पढ़ाई शुरू हो जायेगी. एमबीबीएस की द्वितीय काउंसलिंग की तिथि मेडिकल विवि तय करेगा.