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देवप्रयाग में NRC और CAA के समर्थन में सड़क पर उतरे लोग, निकाला जुलूस - Citizenship Amendment Act

देवप्रयाग में एनआरसी और सीएए के समर्थन में जनसैलाब सड़कों पर उतरा. नगर में भ्रमण करने के बाद दीनदयाल पार्क में ये रैली समाप्त हुई. जहां वक्ताओं ने एनआरसी को लेकर अपने विचार लोगों के सामने रखे.

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NRC और CAA के समर्थन में सड़क पर उतरे लोग
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Published : Dec 29, 2019, 6:22 PM IST

श्रीनगर: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर देशभर में उहापोह की स्थिति बनी हुई है. जहां कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं. इसी कड़ी में देवप्रयाग में एनआरसी के समर्थन में विशाल जुलूस निकाला गया. नागरिक मंच के बैनर तले एक जागरुकता रैली निकाली गई. जिसके बाद वक्ताओं ने एक सभा में लोगों को सीएए को लेकर जानकारी दी.

NRC और CAA के समर्थन में सड़क पर उतरे लोग.

देवप्रयाग में एनआरसी और सीएए के समर्थन में जनसैलाब सड़कों पर उतरा. नगर का भ्रमण करने के बाद दीनदयाल पार्क में ये रैली समाप्त हुई. जहां वक्ताओं ने एनआरसी को लेकर अपने विचार को साझा किये. इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध की आड़ में देश विरोधी ताकतें छात्रों को गुमराह कर देश में अराजकता का माहौल पैदा कर रही हैं. वक्ताओं ने कहा नागरिकता संशोधन कानून से देश में रहने वाले लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

पढ़ें-मसूरी विंटर लाइन कार्निवल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समा, जमकर थिरके पर्यटक

क्या है नागरिकता संशोधन कानून

नागरिकता संशोधन कानून का उद्देश्य पड़ोसी देशों पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और बांग्लादेश से गैर-मुसलमान अवैध प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने के लिए नियमों में ढील देने का प्रावधान है. भारत के पूर्वोत्तर राज्यों असम, मेघालय, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश में इसका ज्यादा विरोध हो रहा है. CAA में धार्मिक उत्पीड़न की वजह से बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में आने वाले हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों को नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है.

श्रीनगर: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर देशभर में उहापोह की स्थिति बनी हुई है. जहां कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं. इसी कड़ी में देवप्रयाग में एनआरसी के समर्थन में विशाल जुलूस निकाला गया. नागरिक मंच के बैनर तले एक जागरुकता रैली निकाली गई. जिसके बाद वक्ताओं ने एक सभा में लोगों को सीएए को लेकर जानकारी दी.

NRC और CAA के समर्थन में सड़क पर उतरे लोग.

देवप्रयाग में एनआरसी और सीएए के समर्थन में जनसैलाब सड़कों पर उतरा. नगर का भ्रमण करने के बाद दीनदयाल पार्क में ये रैली समाप्त हुई. जहां वक्ताओं ने एनआरसी को लेकर अपने विचार को साझा किये. इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध की आड़ में देश विरोधी ताकतें छात्रों को गुमराह कर देश में अराजकता का माहौल पैदा कर रही हैं. वक्ताओं ने कहा नागरिकता संशोधन कानून से देश में रहने वाले लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

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क्या है नागरिकता संशोधन कानून

नागरिकता संशोधन कानून का उद्देश्य पड़ोसी देशों पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और बांग्लादेश से गैर-मुसलमान अवैध प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने के लिए नियमों में ढील देने का प्रावधान है. भारत के पूर्वोत्तर राज्यों असम, मेघालय, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश में इसका ज्यादा विरोध हो रहा है. CAA में धार्मिक उत्पीड़न की वजह से बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में आने वाले हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों को नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है.

Intro: देवप्रयाग में एनआरसी अधिनियम के समर्थन में रविवार को शहर में विशाल जुलूस निकाला गया। नागरिक मंच के बैनर तले बस स्टेशन से निकली रैली को शहर की मुख्य सड़कों पर घुमाया गया। इस दौरान समर्थकों द्वारा आजादी से जुड़े नारे भी लगाए गए।
Body:जहा पूरे देश मे एनआरसी के विरोध में विरोध प्रदर्शन देखे जा रहे है वही अब लोग एनआरसी बिल के समर्थन में भी खड़े होने लगे है ।देवप्रयाग में एनआरसी विधेयक के समर्थन में देवप्रयाग में जनसैलाब सड़को पर बिल के समर्थन में उतरा
रैली में उमड़े जनसैलाब को देखते हुए विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना अध्यक्ष महिपाल सिंह नेगी के नेतृत्व पुलिस मॉनिटरिंग करते रहे।


Conclusion:नगर के टिहरी और पौड़ी जिले का भ्रमण करने के बाद दीनदयाल पार्क आकर रैली समाप्त हुई। वहां वक्ताओं ने कहा कि विधेयक धार्मिक पहचान के आधार पर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में उत्पीड़न के शिकार हुए अल्पसंखयकों की पीड़ा को समाप्त करेगा। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध की आड़ में देश विरोधी ताकतों द्वारा छात्रों को गुमराह कर देश में अराजकता का माहौल खड़ा किए जाने की कोशिश की निंदा की गई। वक्ताओं ने कहा कि नागरिक संशोधन विधेयक देश में रह रहे लोगों के खिलाफ नहीं बल्कि भारत में रह रहे घुसपैठियों के लिए है।

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