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शहीद विपिन गुसाईं की कल होगी अंतिम विदाई, CM धामी भी होंगे शामिल

उत्तराखंड के लाल विपिन सिंह गुसाईं सियाचिन में अपना फर्ज निभाते हुए शहीद हो गए थे. 12 अक्टूबर यानी कल उन्हें उनके पैतृक गांव धारकोट में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी.

Vipin Singh Gusain
विपिन गुसाईं
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Published : Oct 11, 2021, 4:44 PM IST

श्रीनगरः सियाचिन में शहीद हुए विपिन गुसाईं को कल यानी 12 अक्टूबर को उनके पैतृक गांव धारकोट में अंतिम विदाई दी जाएगी. सेना कल सुबह उनके पार्थिव शरीर को लेकर धारकोट पहुंचेगी. जहां उन्हें श्रद्धांजलि के साथ सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. इस मौके पर सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत समेत कई लोग मौजूद रहेंगे.

गौर हो कि बीते रोज 57 बंगाल इंजीनियरिंग के 24 वर्षीय जवान विपिन सिंह गुसाईं सियाचिन में पैर फिसलने से ग्लेशियर की चपेट में आ गए और शहीद हो गए थे. विपिन गुसाईं पौड़ी जिले के पाबौ ब्लॉक के धारकोट के रहने वाले थे. वे अपने पीछे अपने बुजुर्ग माता-पिता, बड़े भाई को छोड़ गए हैं. विपिन अपने परिवार की सैनिक परंपरा को आगे बढ़ा रहे थे. उनके पिता जहां सेना से रिटायर हो चुके हैं तो वहीं उनके बड़े भाई भी बंगाल इंजीनियरिंग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः पौड़ी का लाल विपिन सियाचिन में शहीद, बंगाल इंजीनियरिंग में दे रहे थे सेवा

वहीं, जवान विपिन गुसाईं के शहीद होने की खबर उनके गांव में पहुंची तो पूरे गांव में शोक की लहर है. हर कोई विपिन की याद में गमजदा हैं. सभी की आखें नम हैं और रो-रोकर बुजुर्ग माता-पिता बेहाल हैं. अब पूरा क्षेत्र शहीद विपिन के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहा है. 12 अक्टूबर को यानी कल उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

श्रीनगरः सियाचिन में शहीद हुए विपिन गुसाईं को कल यानी 12 अक्टूबर को उनके पैतृक गांव धारकोट में अंतिम विदाई दी जाएगी. सेना कल सुबह उनके पार्थिव शरीर को लेकर धारकोट पहुंचेगी. जहां उन्हें श्रद्धांजलि के साथ सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. इस मौके पर सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत समेत कई लोग मौजूद रहेंगे.

गौर हो कि बीते रोज 57 बंगाल इंजीनियरिंग के 24 वर्षीय जवान विपिन सिंह गुसाईं सियाचिन में पैर फिसलने से ग्लेशियर की चपेट में आ गए और शहीद हो गए थे. विपिन गुसाईं पौड़ी जिले के पाबौ ब्लॉक के धारकोट के रहने वाले थे. वे अपने पीछे अपने बुजुर्ग माता-पिता, बड़े भाई को छोड़ गए हैं. विपिन अपने परिवार की सैनिक परंपरा को आगे बढ़ा रहे थे. उनके पिता जहां सेना से रिटायर हो चुके हैं तो वहीं उनके बड़े भाई भी बंगाल इंजीनियरिंग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

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वहीं, जवान विपिन गुसाईं के शहीद होने की खबर उनके गांव में पहुंची तो पूरे गांव में शोक की लहर है. हर कोई विपिन की याद में गमजदा हैं. सभी की आखें नम हैं और रो-रोकर बुजुर्ग माता-पिता बेहाल हैं. अब पूरा क्षेत्र शहीद विपिन के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहा है. 12 अक्टूबर को यानी कल उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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