श्रीनगर: जल विद्युत परियोजना श्रीनगर से निकाले गए 90 कर्मचारियों के समर्थन में शनिवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया. 90 कर्मचारियों को वापस रखने के मांग को लेकर कांग्रेसियों ने श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के पावर हाउस के सामने गेट पर धरना दिया. इस दौरान उनकी पुलिस से नोकझोंक हो गई थी.
पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने साफ किया है कि जबतक बाहर निकाले गए 90 कर्मचारियों को काम पर नहीं रखा जाता है, तबतक उनका आंदोलन जारी रहेगा. इससे पहले मंत्री प्रसाद नैथानी ने 2 अक्टूबर को श्रीनगर जल विद्युत परियोजना सहित रेलवे लाइन के कार्यों को रोकने की धमकी प्रशासन को दी थी. मंत्री प्रसाद नैथानी के आंदोलन का देखते हुए पहले से ही रेलवे लाइन के कार्यस्थलों और पावर हाउस के पास पहले ही बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था.
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शनिवार को जैसे ही मंत्री प्रसाद नैथानी अपने समर्थकों के साथ श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के पावर हाउस के सामने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस ने बीच धक्का-मुक्की भी हुई. जब मंत्री प्रसाद नैथानी अंदर जाने में कामयाब नहीं हुए तो वे पावर हाउस के गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए.
मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि श्रीनगर जल विद्युत परियोजना ने अभी तक जमीन का पूरा मुआवजा नहीं दिया है. जिन लोगों को मुआवजा दिया गया है, उनके चेक बाउंस हो गए हैं. प्रशासन और राज्य सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है. इसके अलावा जिन ग्रामीणों को नौकरी पर रखा गया था, उनमें से भी 90 कर्मियों को नौकरी से बाहर निकाल दिया गया है. ऐसे ही कुछ हालात रेलवे विकास निगम में भी हो रहे हैं. यहां भी स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं दिया जा रहा है. जब तक सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाती है, उनका आंदोलन जारी रहेगा.