पौड़ी: जिले के कोट ब्लॉक के सितोंस्यू क्षेत्र में शुक्रवार को मनसार मेले का आयोजन हुआ. जिसमें पूरे क्षेत्र के लोगों ने इस मेले में शिरकत किया. इसके साथ ही बाहर बसे हुए प्रवासी भी मंदिर की मान्यताओं के अनुसार हर साल की तरह इस भी मेले में सम्मिलित होने के लिए पहुंचे.
वहीं, देवल गांव के ग्रामीण लक्ष्मण के मंदिर से निशानों के साथ फलस्वाड़ी गांव पहुंचे. जहां कोटसाड़ा के ग्रामीणों ने मां सीता के प्रतीक के रूप में लोड़ी निकली. बता दें कि खुदाई के दौरान धरती से निकलने वाले बबले को मां सीता के जटा के रूप में देखा जाता है, और इसे सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दिया जाता है.
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ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार को मेले की विधिवत शुरुआत की गई थी. मान्यता के अनुसार जब भगवान श्रीराम ने मां सीता का त्याग कर दिया था, तो लक्ष्मण जी ने इसी स्थान पर मां सीता को छोड़ा था. इसी पवित्र भूमि पर मां सीता ने भू-समाधि ली थी. जिसके बाद हर साल यहां पर मनसार मेले का आयोजन किया जाता है.
धार्मिक मान्यताओं को देखते हुए उत्तराखंड सरकार की ओर से पूरे क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए एक प्रोजेक्ट की शुरुआत की जा रही है. जिसके तहत पूरे क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन के रूप में जोड़ा जाएगा और यहां आने वाले पर्यटकों की मदद से क्षेत्र में विकास हो सकेगा.