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कोरोना के बीच तूफान का कोहराम, आम-लीची की फसलों को भारी नुकसान - Mango and litchi crops have suffered heavy losses

कोटद्वार में आंधी-तूफान के चलते आम और लीची की फसलों को भारी नुकसान हुआ है.

Mango and litchi crops have suffered heavy losses
आम-लीची की फसलों को भारी नुकसान
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Published : May 11, 2020, 3:53 PM IST

Updated : May 11, 2020, 6:09 PM IST

कोटद्वार: उत्तराखंड के किसानों पर लॉकडाउन के बीच आंधी-तूफान की दोहरी मार पड़ी है. कोटद्वार में आए तूफान के चलते किसानों के आम और लीची की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. नुकसान के बाद अब किसानों को यह चिंता सताने लगी है कि बगीचों पर खर्च की गई रकम कि भरपाई कैसे होगी.

कोटद्वार में रविवार को आंधी-तूफान के कारण आम और लीची की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. तूफान ने आम और लीची के पेड़ों को हिलाकर रख दिया है.

तूफान से आम-लीची की फसलों को भारी नुकसान.

ये भी पढ़ें: पहाड़ की लाइफलाइन टैक्सी-मैक्सी सेवाएं 'लॉक', 6 हजार परिवार के सामने रोटी का संकट

स्थानीय किसानों का कहना है कि उद्यान विभाग से 6 लाख रुपए पर बगीचे का ठेका लिया गया था. आंधी-तूफान ने फसलों को बर्बाद कर दिया है. ऐसे में हमारे सामने अब लागत की भरपाई की समस्या खड़ी हो गई है.

किसान मुख्तार अहमद का कहना है कि उद्यान विभाग के ग्रास्टानगंज स्थित बगीचे में फसल अच्छी लगी थी. जिसके बाद हमने बोली के जरिए 6 लाख 61 हजार रुपए में बगीचे की फसल का ठेका लिया. लेकिन आंधी-तूफान के कारण बर्बाद हुईं फसलों ने हमें अंदर तक हिलाकर रख दिया है.

कोटद्वार: उत्तराखंड के किसानों पर लॉकडाउन के बीच आंधी-तूफान की दोहरी मार पड़ी है. कोटद्वार में आए तूफान के चलते किसानों के आम और लीची की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. नुकसान के बाद अब किसानों को यह चिंता सताने लगी है कि बगीचों पर खर्च की गई रकम कि भरपाई कैसे होगी.

कोटद्वार में रविवार को आंधी-तूफान के कारण आम और लीची की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. तूफान ने आम और लीची के पेड़ों को हिलाकर रख दिया है.

तूफान से आम-लीची की फसलों को भारी नुकसान.

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स्थानीय किसानों का कहना है कि उद्यान विभाग से 6 लाख रुपए पर बगीचे का ठेका लिया गया था. आंधी-तूफान ने फसलों को बर्बाद कर दिया है. ऐसे में हमारे सामने अब लागत की भरपाई की समस्या खड़ी हो गई है.

किसान मुख्तार अहमद का कहना है कि उद्यान विभाग के ग्रास्टानगंज स्थित बगीचे में फसल अच्छी लगी थी. जिसके बाद हमने बोली के जरिए 6 लाख 61 हजार रुपए में बगीचे की फसल का ठेका लिया. लेकिन आंधी-तूफान के कारण बर्बाद हुईं फसलों ने हमें अंदर तक हिलाकर रख दिया है.

Last Updated : May 11, 2020, 6:09 PM IST
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