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सेना के जवानों पर हमला करने वाली मादा गुलदार पिंजरे में हुई कैद, लोगों ने ली राहत की सांस - Range Officer BD Tiwari

पौड़ी जिले के लैंसडाउन कैंट क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने मादा गुलदार को आखिककार वन विभाग ने पिंजेरे में कैद कर ही लिया. ये मादा गुलदार अभीतक पांच से छह सेना के जवानों पर हमला कर चुकी हैं. इस मादा गुलदार की वजह से लोग काफी दहश्त में थे.

kotdwar
कोटद्वार
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Published : Sep 4, 2022, 2:20 PM IST

कोटद्वार: लैंसडाउन कैंट क्षेत्र में आतंक मचाने वाली मादा गुलदार आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गई. गुलदार के कैद होने से लैंसडाउन छावनी परिषद व लैंसडाउन निवासियों ने ली राहत सांस है. यह गुलदार 3 अगस्त से 30 अगस्त तक कैट क्षेत्र में 5-6 सेना के जवानों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है.

लैंसडाउन वन रेंज के रेंज अधिकारी बीडी तिवारी ने बताया कि वन विभाग की टीम ने शनिवार की रात पिंजरा लगाया था. आज सुबह 5.30 पर गुलदार पिंजरे में कैद हो गया. इस मादा गुलदार की उम्र 5-6 वर्ष की बताई जा रही है. यह मादा गुलदार अस्वस्थ बताई जा रही है. जिस वजह से मादा गुलदार रिहायशी इलाकों में आ कर शिकार की तलाश कर बार-बार लोगों पर हमला कर रही थी.
पढ़ें- तोता घाटी में ऋषिकेश बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर हुआ लैंडस्लाइड, मार्ग बंद होने से बीच रास्ते में फंसे यात्री

लैंसडाउन वन विभाग की टीम लगातार इस गुलदार की गतिविधि पर नजर रहे हुए थी. विभाग ने सही जगह पिंजरा लगाया और मादा गुलदार पिंजरे में कैद हो गई. रेंज लैंसडाउन वन अधिकारी बीडी तिवारी ने बताया कि वन विभाग की टीम गुलदार पर पहले दिन से नजर बनाए हुए हैं. पहले दिन गुलदार को ट्रैक किया जा रहा था.

कोटद्वार: लैंसडाउन कैंट क्षेत्र में आतंक मचाने वाली मादा गुलदार आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गई. गुलदार के कैद होने से लैंसडाउन छावनी परिषद व लैंसडाउन निवासियों ने ली राहत सांस है. यह गुलदार 3 अगस्त से 30 अगस्त तक कैट क्षेत्र में 5-6 सेना के जवानों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है.

लैंसडाउन वन रेंज के रेंज अधिकारी बीडी तिवारी ने बताया कि वन विभाग की टीम ने शनिवार की रात पिंजरा लगाया था. आज सुबह 5.30 पर गुलदार पिंजरे में कैद हो गया. इस मादा गुलदार की उम्र 5-6 वर्ष की बताई जा रही है. यह मादा गुलदार अस्वस्थ बताई जा रही है. जिस वजह से मादा गुलदार रिहायशी इलाकों में आ कर शिकार की तलाश कर बार-बार लोगों पर हमला कर रही थी.
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लैंसडाउन वन विभाग की टीम लगातार इस गुलदार की गतिविधि पर नजर रहे हुए थी. विभाग ने सही जगह पिंजरा लगाया और मादा गुलदार पिंजरे में कैद हो गई. रेंज लैंसडाउन वन अधिकारी बीडी तिवारी ने बताया कि वन विभाग की टीम गुलदार पर पहले दिन से नजर बनाए हुए हैं. पहले दिन गुलदार को ट्रैक किया जा रहा था.

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