पौड़ी: जिला मुख्यालय पौड़ी में स्थापित प्रदेश का पहला थीम पार्क अब बंद होने की कगार पर है. पयर्टकों की कम आवाजाही और अधिक किराया होने के चलते पार्क संचालक ने इसे बंद करने का निर्णय लिया है. संचालक की मानें तो किराया कम करने को लेकर जिला प्रशासन से पत्राचार भी किया गया, लेकिन प्रशासन की ओर से उनके पत्रों का कोई जवाब नहीं दिया गया.
पैसों की कमी पौड़ी के कंडोलिया पार्क के संचालन में आड़े आ रही है. पार्क संचालक चेतन पुरी की मानें तो उन्हें हर महींने उन्हें 2 लाख से अधिक धनराशि की जरूरत होती है. जिसमें अकेले 63 हजार रूपए तो पार्क का किराया है. इसके बाद स्टाफ और खाने पीने के सामान व पार्क रखरखाव के खर्चों को जोड़ दिया जाए तो 2 लाख से अधिक का व्यय थीम पार्क पर होता है. उन्होंने बताया पौड़ी में होटल व्यवसाय के लिए महज 3 माह होते हैं. इस साल बारिश अधिक होने के चलते इस बार होटल एक माह भी पूरी तरह से संचालित नहीं हो पाये. प्रशासन से इसके लिए बीच का रास्ता निकालने के लिए बीते जून माह में पत्राचार किया गया, लेकिन प्रशासन की ओर से इसका अभी तक कोई जवाब नहीं दिया गया.
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एक साल एक महीने ही चल पाया थीम पार्क: कंडोलिया थीम पार्क का लोकार्पण तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 28 जनवरी 2021 को किया था. यह पार्क उनके ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार था. पार्क में हर आयु वर्ग के मनोरंजन को लेकर तैयार किया गया है. पौड़ी के तत्कालीन डीएम धीरज गर्ब्याल ने पार्क को आधुनिक तकनीक से सुज्जित करने में अहम भूमिका निभाई थी.
पार्क में हैं ये फैसिलिटी: थीम पार्क में ओपन एमपी थ्रियेटर, स्कैटिंग रिंग, रेस्टोरेंट, बच्चों के झूले और ओपन जिम सहित हट इस पार्क को पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं.
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पहाड़ी शैली का बेजोड़ नमूना है थीम पार्क: पौड़ी का कंडोलिया पार्क क्रंक्रीट के बजाए, पत्थरों और लकड़ी से बनाया गया है. लकड़ी व पत्थरों से बना यह पार्क अपनी तरह का अकेला पार्क है. पार्क अंग्रेजों के समय में हुए निर्माण की भी याद दिलाता है. पारंपारिक पहाड़ी शैली के रेस्टोरेंट को कोटी बनाल की तर्ज पर केवल लकड़ी और पत्थरों से ही बनाया गया है, जो बेहद खुबूसूरत दिखाई देता है.