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गढ़वाल यूनिवर्सिटी ने एफिलेशन के नियमों में किया फेरबदल, अब ऑनलाइन होगी प्रक्रिया - कॉलेजों को ऑनलाइन मान्यता

हेमवंती नंदन गढ़वाल केंद्रीय विवि में कॉलेजों को अब ऑनलाइन मान्यता मिलेगी. विवि ने इस संबंध में पोर्टल भी तैयार किया है.

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Published : Jan 29, 2020, 11:40 AM IST

श्रीनगरः हेमवती नंदन गढ़वाल केंद्रीय विवि में कॉलेजों को मान्यता लेने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया से गुजरना होगा. जिसके लिए विवि पोर्टल बनवा रहा है. इस पोर्टल के माध्यम से विवि से एफिलेशन लेने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया से गुजरना होगा. इस पोर्टल के निर्माण के पीछे एक वजह ये भी है कि पूर्व में विवि पर एफिलेशन में काफी खामियां पाई गईं और विवि के पूर्व कुलपति को निष्कासन झेलना पड़ा.

एफिलेशन प्रक्रिया में फेरबदल.

वर्तमान समय में गढ़वाल केंद्रीय विवि से 150 से ज्यादा कॉलेज एफिलेशन पाए हुए हैं और ये एफिलेशन गढ़वाल विवि का इनकम ऑफ सोर्स भी हैं. पूर्व में एफिलेशन में गड़बड़ियां पाए जाने के मामले में विवि की शिकायतें मानव संसाधन विकास मंत्रालय तक भी गयीं.

जिसके बाद अब विवि प्रशासन इन गड़बड़ियों से बचाव के लिए ऑनलाइन एफिलेशन के लिए पोर्टल बना रहा है, जिसमें मान्यता लेने वाला कॉलेज अपने सारे दस्तावेज ऑनलाइन डालेगा. इस पोर्टल के माध्यम से ही चयनित कॉलेज मान्यता सम्बन्धी फीस भी ऑनलाइन डालेगा. जिससे विवि की एफिलेशन भी सावर्जनिक रहेगी और विवि की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान नहीं लगेंगे.

यह भी पढ़ेंः छोटे पर्दे को भी भा रहा है ऋषिकेश, शूटिंग के लिए परमार्थ निकेतन पहुंची 'कुर्बान हुआ' की टीम

विवि के कुलसचिव ए. के. झा ने बताया कि ये सारी प्रक्रिया आईयूएमएस द्वारा होगी, परंतु कोर्स के हिसाब से एफिलेशन की फीस देय होगी. अभी पोर्टल के लिए कार्य किया जा रहा है, इससे पूरी प्रोसेस पारदर्शी रहेगी.

श्रीनगरः हेमवती नंदन गढ़वाल केंद्रीय विवि में कॉलेजों को मान्यता लेने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया से गुजरना होगा. जिसके लिए विवि पोर्टल बनवा रहा है. इस पोर्टल के माध्यम से विवि से एफिलेशन लेने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया से गुजरना होगा. इस पोर्टल के निर्माण के पीछे एक वजह ये भी है कि पूर्व में विवि पर एफिलेशन में काफी खामियां पाई गईं और विवि के पूर्व कुलपति को निष्कासन झेलना पड़ा.

एफिलेशन प्रक्रिया में फेरबदल.

वर्तमान समय में गढ़वाल केंद्रीय विवि से 150 से ज्यादा कॉलेज एफिलेशन पाए हुए हैं और ये एफिलेशन गढ़वाल विवि का इनकम ऑफ सोर्स भी हैं. पूर्व में एफिलेशन में गड़बड़ियां पाए जाने के मामले में विवि की शिकायतें मानव संसाधन विकास मंत्रालय तक भी गयीं.

जिसके बाद अब विवि प्रशासन इन गड़बड़ियों से बचाव के लिए ऑनलाइन एफिलेशन के लिए पोर्टल बना रहा है, जिसमें मान्यता लेने वाला कॉलेज अपने सारे दस्तावेज ऑनलाइन डालेगा. इस पोर्टल के माध्यम से ही चयनित कॉलेज मान्यता सम्बन्धी फीस भी ऑनलाइन डालेगा. जिससे विवि की एफिलेशन भी सावर्जनिक रहेगी और विवि की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान नहीं लगेंगे.

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विवि के कुलसचिव ए. के. झा ने बताया कि ये सारी प्रक्रिया आईयूएमएस द्वारा होगी, परंतु कोर्स के हिसाब से एफिलेशन की फीस देय होगी. अभी पोर्टल के लिए कार्य किया जा रहा है, इससे पूरी प्रोसेस पारदर्शी रहेगी.

Intro:हेमवंती नंदन गढ़वाल केंद्रीय विवि में कॉलेजो को मान्यता लेने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया से गुजरना होगा।जिसके लिए विवि पोटल का निर्माण करवा रहा है।इस पोटल के माध्यम से विवि की एफिलेस्न लेने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया से गुजरना होगा।इस पोटल के निर्माण के पीछे एक वजह ये भी है कि पूर्व में विवि पर एफिलेस्न में काफी खामियां पाई गई और विवि के पूर्व कुलपति को निष्कासन झेलना पड़ा ।


Body:वर्तमान समय मे गढ़वाल केंद्रीय विवि से 150 से ज्यादा कॉलेज एफिलेस्न पाए हुए है पर ये एफिलेस्न गढ़वाल विवि का इनकम ऑफ सोर्स भी है।पूर्व में एफिलेस्न में गड़बड़ियां पाए जाने के मामले में विवि की शिकायते मानव ससाधन विकास मंत्रालय तक भी गयी।जिसके बाद अब विवि प्रशासन इन गड़बड़ियों से बचाव के लिए ऑनलाइन एफिलेस्न के लिए पोटल का बना रहा है जिसमे मान्यता लेने वाला कॉलेज अपने सारे दस्तावेज ऑनलाइन डालेगा इस पोटल के माध्य्म से ही चयनित कॉलेज मान्यता सम्बन्धी फीस भी ऑनलाइन डालेगा जिससे विवि की एफिलेस्न भी सावर्जनिक रहेगी और विवि की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान नही लगेंगे।


Conclusion:विवि के कुलसचिव ए के झा ने बताया कि ये सारी प्रोसेस आई यू एम एस के द्वारा होंगे ।पर कोर्ष के हिसाब से एफिलेस्न की फीस देय होगी ।अभी पोर्टल के लिए कार्य किया जा रहा है इससे पूरी प्रोसेस पारदर्शी रहेगी।
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