श्रीनगरः हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में होने वाले छात्र महासंघ चुनाव निरस्त हो गए हैं. पूर्व निर्धारित तिथि के अनुसार महासंघ के चुनाव शुक्रवार को होने थे, लेकिन कुछ कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव न होने के चलते विवि प्रतिनिधि नामाकंन के लिए नहीं पहुंचे. हालांकि, पौड़ी और टिहरी कैंपस से तीन छात्र प्रतिनिधि ही पहुंचे. जिन्होंने विवि परिसर में विवि प्रशासन के खिलाफ धरना दिया और इसे एक रणनीति बताया.
बता दें कि, गढ़वाल मंडल के डीएवी पीजी कॉलेज, हरिद्वार, ऋषिकेश के महाविद्यालयों में चुनाव आगामी 9 सितंबर को होने हैं. जिस कारण ये सभी महाविद्यालय महासंघ चुनाव में हिस्सा नहीं ले पाए. साथ ही शुक्रवार को होने वाले महासंघ के चुनाव में मात्र 3 प्रत्याशी ही पहुंचे. महासंघ के चुनावों में कुल 11 पद थे. इन पदों पर नामांकन न होने पर विवि प्रशासन ने चुनाव निरस्त कर दिया. जिसे लेकर छात्रों में रोष देखने को मिला.
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छात्र प्रतिनिधियों का कहना है कि विवि प्रशासन को पहले से ही केवल तीन प्रत्याशियों के पहुंचने की जानकारी थी. ऐसे में चुनाव को निरस्त करवाना विवि प्रशासन पर सवाल उठा रहा है. उन्होंने कहा कि विवि प्रशासन को चुनाव निरस्त करवाना था तो उन्हें क्यों बुलाया गया? छात्रों ने इसे विवि.प्रशासन की रणनीति बताया है.
वहीं, मामले पर विवि प्रशासन का कहना है कि चुनाव के लिए 11 प्रत्याशियों का होना अनिवार्य है. जिसमें केवल तीन प्रत्याशी ही पहुंच पाए हैं और एक भी प्रत्याशी ने अपना नामांकन नहीं करवाया है. ऐसे में चुनाव करवाना नामुमकिन था.
उन्होंने कहा कि लिंग दोह कमेटी के अनुसार कॉलेज खुलने के 56 दिन बाद तक विवि में होने वाले चुनाव को पूरा करना होता है. जिसकी समय सीमा 9 सितंबर को पूरी हो जाएगी. इस दिन अन्य महाविद्यालयों में भी चुनाव होने हैं. जिसमें जीते हुए विवि प्रतिनिधि को महासंघ चुनाव में शामिल होना होता है. ऐसे में अब महासंघ चुनाव नहीं किए जा सकते हैं.