श्रीनगरः एचएनबी गढ़वाल विवि के एकेडमिक काउंसिल की बैठक में खाली सीटों पर बिना सीयूईटी मेरिट के आधार पर प्रवेश दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. विवि इस प्रस्ताव को जल्द यूजीसी को भेजेगा. विवि के प्रति कुलपति ने प्रस्ताव के मंजूरी की पुष्टि की है. गढ़वाल विवि की कुलपति अन्नपूर्णा नौटियाल की अध्यक्षता में एसी यानी एकेडमिक काउंसिल की बैठक हुई. इस दौरान छात्रों की विभिन्न मांगों से जुड़े प्रस्ताव को विवि के कुलसचिव धीरज शर्मा ने बैठक में रखे. एसी के पदाधिकारियों और सदस्यों ने विचार विमर्श के बाद विवि में खाली सीटों पर बिना सीईटी के मेरिट के आधार पर प्रवेश के प्रस्ताव को सहमति दी.
गौर हो कि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में उत्तराखंड के छात्रों को प्रवेश में 50 प्रतिशत आरक्षण, विवि के परिसरों से यूजी करने वालों छात्रों को पीजी कक्षाओं में प्रवेश में 5 प्रतिशत वेटेज और रिक्त सीटों पर मेरिट के आधार पर प्रवेश दिए जाने समेत विभिन्न मांगों के समाधान को लेकर छात्र आंदोलित हैं. विवि में कुलपति कार्यालय परिसर के बाहर छात्र संघ से जुड़े छात्रों ने अनिश्चितकालीन धरना दिया. जबकि, 30 अगस्त को विवि की कुलपति से छात्रों की वार्ता भी हुई, लेकिन बेनतीजा रही.
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वहीं, वार्ता में कुलपति ने छात्रों की मांगों को एसी और इसी की बैठक में रखने की बात कही थी. गढ़वाल विवि के प्रति कुलपति प्रोफेसर आरसी भट्ट ने बताया कि एकेडमिक काउंसिल में मंजूर प्रस्ताव को जल्द ही यूजीसी को भेजा जाएगा. ताकि, विवि में एडमिशन से वंचित छात्रों को मौका मिल सके. क्योंकि, सीयूईटी मेरिट की वजह से विवि में कई सीटें खाली हैं.
50 प्रतिशत आरक्षण और 5 फीसदी वेटेज पर गठित की कमेटीः गढ़वाल विवि में प्रदेश के छात्रों को प्रवेश में 50 प्रतिशत आरक्षण और विवि के परिसरों से यूजी करने वाले छात्रों को पीजी कक्षाओं में 5 प्रतिशत वेटेज की मांग पर एक कमेटी का गठन किया गया है. विवि के एसआरटी परिसर बादशाहीथौल में लॉ विभाग के प्रोफेसर एके पांडे की अध्यक्षता में एक कमेटी के गठन का निर्णय लिया गया है. कमेटी को विवि प्रशासन को जल्द रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं.