श्रीनगर: पौड़ी जनपद के गडोली, चंदौलीराई गांवों में आतंक का पर्याय बना हुआ गुलदार आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया है. आज सुबह चंदौलीराई गांव में लगाये गए दो पिजरों में से एक में हमलावर गुलदार कैद हो गया. अब गांव के लोगों ने थोड़ा चैन की सांस ली है. हालांकि ग्रामीणों को अब भी आशंका है कि इलाके में अन्य गुलदार भी हो सकते हैं.
चंदौलीराई गांव में दो सप्ताह पूर्व ही दो बच्चों पर गुलदार ने हमला कर दिया था. गुलदार के हमले से दोनों बच्चे घायल हो गए थे. लोगों के हो हल्ला मचाने के बाद ये गुलदार घटना स्थल से भाग गया था. इसी तरह इस गुलदार ने कुछ दिन बाद गडोली गांव में भी एक बच्चे पर जानलेवा हमला किया था. जिसमें बच्चा बच गया था और गुलदार वहां से भाग गया था. गुलदार दिखाई देने के बाद डीएम ने 10 जुलाई को स्कूलों में अवकाश के आदेश जारी किए थे. अब चंदौलीराई गांव में इस गुलदार को पकड़ लिया गया है. पकड़ा गया गुलदार मादा गुलदार है. इसकी उम्र ढाई वर्ष के आस पास बताई जा रही है.
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पौड़ी के वन विभाग के रेंजर ललित नेगी ने बताया कि आज सुबह 7 बजे के आस पास ग्रामीणों ने बताया कि पिजरे में गुलदार के गुर्राने की आवाज आ रही है. इसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. वहां जाकर देखा तो वास्तव में गुलदार पिंजरे में बंद था. गुलदार को रेस्क्यू कर लिया गया. अब डॉक्टरों की टीम गुलदार का मेडिकल परीक्षण करेगी कि गुलदार हमलावर क्यों हुआ. उन्होंने बताया कि पकड़ा गया गुलदार मादा गुलदार है.