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घुड़दौड़ी कॉलेज से बर्खास्त पूर्व कुलसचिव की बढ़ी मुश्किलें, TPO की भी होगी जांच, कमेटी गठित

जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी से बर्खास्त पूर्व कुलसचिव संदीप कुमार टीपीओ के पद पर नियुक्ति की भी जांच की जाएगी. जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर लिया गया है. वुमन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी देहरादून के निदेशक डॉ. आरपीएस गंगवार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है.

sandeep kumar
संदीप कुमार
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Published : Jun 14, 2022, 6:10 PM IST

पौड़ीः जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी से बर्खास्त पूर्व कुलसचिव संदीप कुमार की एक बार फिर से मुश्किलें बढ़ गई हैं. बर्खास्त पूर्व कुलसचिव संदीप कुमार की अब टीपीओ (ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर) के पद पर नियुक्ति की भी जांच होने जा रही है. जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर लिया गया है. कमेटी की रिपोर्ट पर बोर्ड ऑफ गवर्नर में अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

पौड़ी के जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी में बर्खास्त पूर्व कुलसचिव संदीप कुमार के टीपीओ पद पर नियुक्ति की जांच के लिए वुमन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी देहरादून के निदेशक डॉ. आरपीएस गंगवार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है. कमेटी में तकनीकी शिक्षा निदेशक हरि सिंह व संयुक्त सचिव वित्त संजय सिंह टोलिया को सदस्य नामित किया गया है.

ये है पूरा मामलाः पूर्व कुलसचिव संदीप कुमार को तत्कालीन प्राचार्य डॉ. एमएल देवल ने जनवरी 2006 में बिना पद की स्वीकृति के टीपीओ पद पर नियुक्ति प्रदान की थी. इस पद को शासन ने मई 2008 में स्वीकृति दी थी. लेकिन विज्ञप्ति जारी नहीं की थी. फरवरी 2009 में उच्च न्यायालय ने संदीप की टीपीओ पद पर नियुक्ति के अंतरिम आदेश को निरस्त कर दिया था. लेकिन संस्थान प्रशासन ने आज तक उनकी नियुक्ति को रद्द नहीं किया. संदीप को अगस्त 2016 में सबसे पहले संस्थान में कुलसचिव का प्रभार सौंपा गया था. दिसंबर में उनसे जिम्मेदारी वापस ले ली गई थी, लेकिन दो सप्ताह बाद ही उन्हें दोबारा कुलसचिव का प्रभार सौंप दिया गया था.
ये भी पढ़ेंः रणजी खिलाड़ियों का भत्ता घोटालों पर CAU ने दी सफाई, 'बदनाम करने वालों के खिलाफ लड़ेंगे कानूनी लड़ाई'

इसके बाद वर्ष 2017 में प्रभारी कुलसचिव की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए क्षेत्रीय युवाओं ने आंदोलन किया. इसके बाद तत्कालीन डीएम पौड़ी सुशील कुमार ने नंवबर 2017 में संदीप से कुलसचिव का प्रभार छीन लिया था. जून 2018 में संदीप की कुलसचिव पद पर फिर से नियमित नियुक्ति हुई, लेकिन बीओजी (बोर्ड आफ गवर्नर) ने तैनाती पर रोक लगा दी थी. फिर दिसंबर 2019 को संदीप कुमार ने एक बार फिर कुलसचिव पद पर पदभार संभाला था. कॉलेज में विभिन्न विवादों के चलते अगस्त 2021 में संदीप कुमार को कुलसचिव के पद से हटा दिया था. विगत 14 मई 2022 को संपन्न हुई बीओजी में संदीप की कुलसचिव पद से सेवा समाप्त कर दी. अब उनके टीपीओ पद पर नियुक्ति की भी जांच शुरू हो गई है.

वहीं, प्रभारी कुलसचिव व सदस्य बीओजी का कहना है कि पूर्व कुलसचिव संदीप कुमार के टीपीओ पद पर नियुक्ति, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में चार असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति रद्द किए जाने के उच्च न्यायालय के फैसले के अनुपालन और वर्तमान में निदेशक का प्रभार संभाल रहे प्रो. वाई सिंह को निदेशक का प्रभार सौंपे जाने को लेकर तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है. जांच कमेटी की रिपोर्ट को आगामी बीओजी में रख, अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

पौड़ीः जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी से बर्खास्त पूर्व कुलसचिव संदीप कुमार की एक बार फिर से मुश्किलें बढ़ गई हैं. बर्खास्त पूर्व कुलसचिव संदीप कुमार की अब टीपीओ (ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर) के पद पर नियुक्ति की भी जांच होने जा रही है. जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर लिया गया है. कमेटी की रिपोर्ट पर बोर्ड ऑफ गवर्नर में अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

पौड़ी के जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी में बर्खास्त पूर्व कुलसचिव संदीप कुमार के टीपीओ पद पर नियुक्ति की जांच के लिए वुमन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी देहरादून के निदेशक डॉ. आरपीएस गंगवार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है. कमेटी में तकनीकी शिक्षा निदेशक हरि सिंह व संयुक्त सचिव वित्त संजय सिंह टोलिया को सदस्य नामित किया गया है.

ये है पूरा मामलाः पूर्व कुलसचिव संदीप कुमार को तत्कालीन प्राचार्य डॉ. एमएल देवल ने जनवरी 2006 में बिना पद की स्वीकृति के टीपीओ पद पर नियुक्ति प्रदान की थी. इस पद को शासन ने मई 2008 में स्वीकृति दी थी. लेकिन विज्ञप्ति जारी नहीं की थी. फरवरी 2009 में उच्च न्यायालय ने संदीप की टीपीओ पद पर नियुक्ति के अंतरिम आदेश को निरस्त कर दिया था. लेकिन संस्थान प्रशासन ने आज तक उनकी नियुक्ति को रद्द नहीं किया. संदीप को अगस्त 2016 में सबसे पहले संस्थान में कुलसचिव का प्रभार सौंपा गया था. दिसंबर में उनसे जिम्मेदारी वापस ले ली गई थी, लेकिन दो सप्ताह बाद ही उन्हें दोबारा कुलसचिव का प्रभार सौंप दिया गया था.
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इसके बाद वर्ष 2017 में प्रभारी कुलसचिव की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए क्षेत्रीय युवाओं ने आंदोलन किया. इसके बाद तत्कालीन डीएम पौड़ी सुशील कुमार ने नंवबर 2017 में संदीप से कुलसचिव का प्रभार छीन लिया था. जून 2018 में संदीप की कुलसचिव पद पर फिर से नियमित नियुक्ति हुई, लेकिन बीओजी (बोर्ड आफ गवर्नर) ने तैनाती पर रोक लगा दी थी. फिर दिसंबर 2019 को संदीप कुमार ने एक बार फिर कुलसचिव पद पर पदभार संभाला था. कॉलेज में विभिन्न विवादों के चलते अगस्त 2021 में संदीप कुमार को कुलसचिव के पद से हटा दिया था. विगत 14 मई 2022 को संपन्न हुई बीओजी में संदीप की कुलसचिव पद से सेवा समाप्त कर दी. अब उनके टीपीओ पद पर नियुक्ति की भी जांच शुरू हो गई है.

वहीं, प्रभारी कुलसचिव व सदस्य बीओजी का कहना है कि पूर्व कुलसचिव संदीप कुमार के टीपीओ पद पर नियुक्ति, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में चार असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति रद्द किए जाने के उच्च न्यायालय के फैसले के अनुपालन और वर्तमान में निदेशक का प्रभार संभाल रहे प्रो. वाई सिंह को निदेशक का प्रभार सौंपे जाने को लेकर तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है. जांच कमेटी की रिपोर्ट को आगामी बीओजी में रख, अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

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