कोटद्वार: 25 जुलाई को कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत द्वारा भाबर राजकीय महाविद्यालय के विज्ञान संकाय भवन का लोकार्पण कार्यक्रम चर्चाओं का विषय बन गया है. दरअसल, वन मंत्री हरक सिंह के निजी सचिव ने उनके प्रोटोकॉल में भवन का भूमि पूजन और शिलान्यास का कार्यक्रम बता दिया जबकि मंत्री भवन के लोकार्पण के लिए वहां पहुंचे थे. मंत्री के पीए द्वारा गलत प्रोटोकॉल पेश करने पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने वन मंत्री हरक सिंह रावत पर निशाना साधा है.
बता दें कि शनिवार 25 जुलाई को उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत और लैंसडाउन विधायक दिलीप रावत ने भाबर राजकीय महाविद्यालय के विज्ञान संकाय भवन का लोकार्पण किया था. ये भवन 441.77 लाख की लागत से बनाया गया है. जिसे लेकर वन मंत्री हरक सिंह रावत के निजी सचिव ने उनके प्रोटोकॉल में भवन का भूमि पूजन और शिलान्यास का कार्यक्रम बता दिया. इस पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने स्थानीय विधायक और वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक के पास कहीं भी कोई लोकार्पण और शिलान्यास का कार्य नहीं रहा होगा, जिसके चलते उन्हें पुराने भवन का लोकार्पण करना पड़ा जिसके लिए उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री को कोटद्वार बुलाया.
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वहीं, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वन मंत्री कोटद्वार विधानसभा की जनता और विधानसभा के विकास के लिए कितने गंभीर हैं, यह उनके विभाग से जारी प्रोटोकॉल से देखा जा सकता है. वन मंत्री धरातल पर आकर महाविद्यालय के भवन का लोकार्पण कर रहे हैं, लेकिन उनके प्रोटोकॉल में दर्शाया गया कि वन मंत्री भाबर राजकीय महाविद्यालय के विज्ञान संकाय भवन के भूमि पूजन और शिलान्यास करेंगे.
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि जिस भवन का तीन साल पहले लोकार्पण होना चाहिए था, उसका लोकार्पण अब किया जा रहा है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि भवन तो पहले से ही तैयार था और अधिकांश एक साल या 6 महीने पहले बने भवन के लोकार्पण की कोई जरूरत नहीं होती, लेकिन वर्तमान विधायक के पास कोई लोकार्पण और शिलान्यास का काम न होने के चलते उन्होंने ये किया.