पौड़ी: कल्जीखाल ब्लॉक की ग्राम पंचायत बिलखेत के पूर्व प्रधान ने गबन की गई धनराशि पंचायतीराज विभाग को ब्याज समेत लौटा दी है. पूर्व प्रधान स्वजल विभाग की ओर से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य को करवाने के लिए दी गई धनराशि का उन्होंने गबन का आरोप था. जिसके बाद स्वजल द्वारा एक टीम का गठन कर मामले की जांच की जा रही थी. जिसमें आरोप सही पाए गए थे. जिसके बाद स्वजल के परियोजना प्रबंधक ने गबन के आरोप में जिला पंचायतराज अधिकारी को पत्र भेजकर एफआइआर किए जाने की संस्तुति दी थी.
बता दें कि, कल्जीखाल ब्लॉक की ग्राम पंचायत बिलखेत में साल 2018 में स्वजल की ओर से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य करने के लिए 4 लाख 80 हजार की धनराशि आवंटित की गई थी. ग्राम प्रधान की ओर से जारी धनराशि से 4 लाख 5 हजार तो निकाल दिए गए लेकिन योजना के तहत स्वीकृत कोई भी कार्य नहीं किया गया. ग्रामीणों की ओर से की गई लिखित शिकायत के बाद साल 2020 में स्वजल विभाग की एक टीम ने जांच की थी. जिसमें पूर्व प्रधान बिलेखत के ग्राम पंचायत की उपभोक्ता पेयजल एवं स्वच्छता समिति के कोषाध्यक्ष के साथ मिलकर 4 लाख 5 हजार की धनराशि का गबन किए जाने की पुष्टि की.
स्वजल के परियोजना प्रबंधक दीपक रावत ने जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र भेजकर पूर्व प्रधान के खिलाफ गबन करने के आरोप में एफआइआर दर्ज किए जाने की संस्तुति दी. जिला पंचायतराज विभाग ने पत्र मिलते ही पूर्व प्रधान को नोटिस जारी किया. पूर्व प्रधान ने नोटिस जारी होते ही गबन की धनराशि ब्याज सहित लौटा दी.
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जिला पंचायतराज अधिकारी एमएम खान ने बताया कि पूर्व प्रधान बिलखेत ने पंचायत की उपभोक्ता पेयजल एवं स्वच्छता समिति के बैंक खाते में गबन की गई धनराशि 4 लाख 5 हजार और ब्याज राशि 65 हजार 795 रुपये जमा कर दिए हैं.