ऋषिकेश: चुनाव नजदीक आते ही नेताओं को विकास भी याद आने लगी है. सत्ताधारी जहां अपने विकास के दावों का ढोल पीट रहा है तो वहीं विपक्षी सरकार के विकास को ढूंढ रहे है. ऐसे ही एक मामला इन दिन पौड़ी जिले की यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. यहां बीजेपी विधायक ऋतु खंडूरी और पूर्व कांग्रेसी विधायक शैलेंद्र रावत के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है.
कांग्रेस के पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत ने शनिवार को मुनिकी रेती में प्रेस वार्ता कर बीजेपी विधायक ऋतु खंडूरी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी सत्ता को दुरुपयोग कर रही है. लक्ष्मण झूला लोक निर्माण विभाग निरीक्षण भवन के कमरे में बीजेपी का ताला लगा होना इसका सबूत है.
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शैलेंद्र रावत ने कहा कि यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूरी उन्हें और उनकी पार्टी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को गुड़ा बता रही है. जनहितों के साथ यदि ऐसे ही खिलवाड़ होता रहा तो हम एक बार नहीं सौ बार ताले तोड़ेंगे. उन्होंने विधायक ऋतु खंडूरी के आरोपी को खारिज किया है.
शैलेंद्र रावत ने विधायक ऋतु खंडूरी से सवाल किया कि साढ़े चार साल में विकास यमकेश्वर में कहा है? शैलेंद्र रावत ने भाजपा से पूछा कि यदि विकास कही गुम हो गया है तो उसको तलाशने के लिए रिपोर्ट लिखा दे. कोरोना काल में जरूरतमंदों को दिए जाने वाली राहत सामग्री को पीडब्ल्यूडी के कमरे में बंद करके रखने वाली विधायक के पास ऐसा कोई प्रमाण नहीं है, जिससे यह साबित हो सके कि वह राहत सामग्री उन्होंने 3 दिन पहले कमरे में रखवाई थी.
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उन्होंने आरोप लगाया कि राहत सामग्री चुनाव के दौरान वितरित कर ग्रामीणों को आकर्षित करने की मंशा विधायक रखती हैं. उन्होंने कहा कि भाजपाइयों पर मुकदमें दर्ज होने चाहिए. क्योंकि वे न तो सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे है और न ही कोविड नियमों का.
बीजेपी सरकार खाकी पर दबाव बनाकर कांग्रेसियों पर मुकदमें दर्ज करवा रही है, जबकि कांग्रेस जनहित के मुद्दे उठा रही है. विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए सत्तादल ऐसा कर रहा है.