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जानिये, कैसे आप रह सकते हैं जंगली जानवरों के बीच सुरक्षित, वन विभाग देगा ट्रेनिंग - जन जागरुकता अभियान कोटद्वार

पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बढ़ते जंगली जानवरों के हमले को रोकने के लिए वन विभाग गांव-गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाएगा. जिसमें जंगली जानवरों से खुद की कैसे करें सुरक्षा की ट्रेनिंग दी जाएगी.

जंगली जानवरों से बचने के लिए सिखाये जाएंगे गुर.
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Published : Nov 1, 2019, 2:08 PM IST

Updated : Nov 1, 2019, 3:43 PM IST

कोटद्वार: पहाड़ी क्षेत्रों में आये दिन मानव-जीव संघर्ष के मामले सामने आते रहते हैं. जिसमें अबतक सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और यह सिलसिला लगातार जारी है. जिसके कारण ग्रामीण हर पल मौत के साये में जीने को मजबूर हैं. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए वन मंत्री ने अब जन जागरुकता अभियान चलाने की बात कही है.

वन विभाग अब जानवरों से बचने के लिए गांव-गांव जाकर जन-जागरूकता अभियान की शुरुआत करने जा रही है. इस अभियान के दौरान लोगों को जंगली जानवरों से बचने के तरीके सिखाए जाएंगे. पिछले कुछ महीनों में गुलदार, भालू, जंगली सूअर और बाघ के हमले से दर्जनों लोग घायल हो चुके हैं. वहीं बाघ के हमले से बीते महीने ही दो वन कर्मियों की मौत हो चुकी है.

पढ़ें- शीतकाल के लिए बंद हुए यमुनोत्री धाम के कपाट, शनिदेव की अगुवाई में खुशीमठ पहुंची डोली

वहीं सूबे के वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत का कहना है कि जंगली जानवरों के व्यवहार को नहीं बदला जा सकता. लेकिन उनसे खुद की सुरक्षा का इंतजाम जरूर किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अब जल्द ही गांवों में स्कूलों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. जिसमें लोगों को जंगली जानवरों से सुरक्षा के टिप्स दिया जाएगी.

कोटद्वार: पहाड़ी क्षेत्रों में आये दिन मानव-जीव संघर्ष के मामले सामने आते रहते हैं. जिसमें अबतक सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और यह सिलसिला लगातार जारी है. जिसके कारण ग्रामीण हर पल मौत के साये में जीने को मजबूर हैं. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए वन मंत्री ने अब जन जागरुकता अभियान चलाने की बात कही है.

वन विभाग अब जानवरों से बचने के लिए गांव-गांव जाकर जन-जागरूकता अभियान की शुरुआत करने जा रही है. इस अभियान के दौरान लोगों को जंगली जानवरों से बचने के तरीके सिखाए जाएंगे. पिछले कुछ महीनों में गुलदार, भालू, जंगली सूअर और बाघ के हमले से दर्जनों लोग घायल हो चुके हैं. वहीं बाघ के हमले से बीते महीने ही दो वन कर्मियों की मौत हो चुकी है.

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वहीं सूबे के वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत का कहना है कि जंगली जानवरों के व्यवहार को नहीं बदला जा सकता. लेकिन उनसे खुद की सुरक्षा का इंतजाम जरूर किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अब जल्द ही गांवों में स्कूलों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. जिसमें लोगों को जंगली जानवरों से सुरक्षा के टिप्स दिया जाएगी.

Intro:summary पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बढ़ते जंगली जानवरों के हमले को रोकने के लिए वन विभाग गांव - गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाने की कवायद शुरू करने जा रहा है।
वन मंत्री ने कहा कि जंगली जानवरों के व्यवहार में परिवर्तन लाना तो मुश्किल है लेकिन इंसान को ही अपने व्यवहार में परिवर्तन लाना पड़ेगा।

intro kotdwar पहाड़ी क्षेत्रों में जंगली जानवरो और मनुष्य का चोली दामन का साथ है, जंगली जानवर भी पहाड़ी छेत्रो आबादी के आसपास ही निवास करना पसंद करते हैं, लेकिन दिन प्रतिदिन जंगली जानवरों के व्यवहार में हो रहे परिवर्तन से इंसानों को तो हानि हो ही रही है लेकिन वन विभाग को भी चिंता सताने लगी, आए दिन वन्यजीव मानव संघर्ष में दर्जनों लोग घायल होते हैं तो कई लोग अपनी जान भी गंवा बैठते हैं ऐसे में वन विभाग ने अब गांव-गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाने की कवायद शुरू करने का मन बनाया है, कहां की जंगली जानवरों के व्यवहार में परिवर्तन लाना तो बहुत मुश्किल है लेकिन इंसान को उनसे बचने के तरीके जागरूकता अभियान के दौरान सिखाए जाएंगे जिससे कि वन्यजीव मानव संघर्ष को रोका जा सके। बात करें बीते महीनों की तो गुलदार,भालू, सूअर और टाइगर के हमले से दर्जनों लोग अभी तक घायल हो चुके हैं। जबकि टाइगर के हमले से बीते महीनों दो वन कर्मियों की मौत हो चुकी है, जबकि गुलदार के हमले से अन्य दो लोगों की मौत हो चुकी है।


Body:वीओ1- वही सुबे के वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि जंगली जानवरों के व्यवहार में परिवर्तन लाना बहुत मुश्किल है, लेकिन उनके बदलते व्यवहार के बारे में पता लगाने की कोशिश की जाएगी, गांव गांव जाकर और स्कूलों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जिसमें लोगों को और स्कूली बच्चों को जंगली जानवरों से अपनी सुरक्षा के लिए जानकारी दी जाएगी।

बाइट वन मंत्री हरक सिंह रावत।


Conclusion:
Last Updated : Nov 1, 2019, 3:43 PM IST
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