कोटद्वार: छात्रवृत्ति घोटाले में पौड़ी जिले के कोटद्वार कोतवाली में पहला मुकदमा दर्ज किया गया है. एसआईटी ने पौड़ी के 34 निजी उच्च शिक्षण संस्थाओं की जांच की. जांच के दौरान एसआईटी ने सीवी रमन संस्थान पदमपुर कोटद्वार में छात्रवृत्ति में अनियमितताएं पायी जाने के आधार पर कोटद्वार कोतवाली में संस्था के डायरेक्टर व एक अन्य के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है.
उच्च न्यायालय उत्तराखंड में योजित रिट पिटीशन ने उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के अनुपालन में एससी/एसटी/ओबीसी से संबंधित छात्रवृत्ति अनियमितताओं की जांच के लिए पौड़ी में शिक्षण संस्थाओं की जांच की गई. जिसमें एसआईटी टीम द्वारा समाज कल्याण विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर कोटद्वार क्षेत्र के शिक्षण संस्थाओं में पढ़ रहे बच्चों का भौतिक सत्यापन किया गया.
जांच के दौरान साल 2004 से साल 2012 तक संचालित सीवी रमन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पदमपुर में 38 छात्रों में 32 छात्रों का सत्यापन किया गया, तो कुछ छात्रों के खाते गलत पाए गए. कुछ छात्रों के खाते अन्य नाम से पाए गए. कुछ छात्रों का पूरा पता समाज कल्याण विभाग से प्राप्त सूची में दर्ज नहीं था. छात्रों का समाज कल्याण विभाग से प्राप्त सूची में पता एवं खाता संख्या अंकित नहीं किया गया था.
इस प्रकार कुल 32 छात्रों को आवंटित छात्रवृत्ति में अनियमितताएं पाई गई. मात्र 2 छात्रों को छात्रवृत्ति के रूप में केवल 12-12 हजार रुपये प्राप्त कराए गए थे. अन्य छात्रों को छात्रवृत्ति के रूप में कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई थी. इस प्रकार संस्था द्वारा समाज कल्याण विभाग पौड़ी गढ़वाल से छात्रवृत्ति आवंटन करवाकर राज्य सरकार के लगभग ₹12 लाख हड़प लिए थे. एसआईटी ने सीवी रमन संस्थान पदमपुर कोटद्वार में अनियमितताएं पाए जाने के आधार पर थाना कोटद्वार में संस्था के डायरेक्टर अनिल परिहार, बृजपाल सिंह व अन्य के खिफाफ केस दर्ज कराया है.
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पुलिस अधीक्षक प्रदीप राय ने बताया कि एसएसपी पौड़ी के निर्देशों के अनुसार जनपद में 34 उच्च शिक्षण संस्थाओं की जांच की गई. जांच में सीवी रमन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पदमपुर कोटद्वार छात्रवृत्ति बांटे जाने में अनियमितताएं पाई गईं. जिसके आधार पर एसआईटी ने संस्थान के डायरेक्टर और अन्य लोगों के खिलाफ कोटद्वार कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.