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फरासू भूस्खलन जोन बन सकता है खतरा, चारधाम यात्रा पर पड़ सकता है असर - भूस्खलन

फरासू भूस्खलन जोन चारधाम आने वाले यात्रियों के लिए मुसीबत बन सकता है. इस समस्या को जानते हुए भी राष्ट्रीय राजमार्ग खंड ने इससे निपटने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है.

फरासू भूस्खलन जोन
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Published : Jun 29, 2019, 7:33 AM IST

श्रीनगर: राष्ट्रीय राजमार्ग पर अलकनंदा झील के पास फरासू भूस्खलन जोन मानसून सीजन में खतरनाक साबित हो सकता है. जिस कारण चमोली और रुद्रप्रयाग आने-जाने वाले लोगों के साथ-साथ चारधाम आने वाले यात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं, प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद होने का दावा कर रहा है.

फरासू भूस्खलन जोन बन सकता है खतरा.

भूस्खलन को लेकर भू-वैज्ञानिक पहले भी इसपर अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं. इस समस्या को जानते हुए भी राष्ट्रीय राजमार्ग खंड ने इससे निपटने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. बता दें कि बीते अप्रैल माह में ऑल वेदर रोड निर्माण कार्य के दौरान फरासू के पास एक भू-स्खलन जोन सक्रिय हुआ था. जिसके बाद से कई बार भूस्खलन होने के चलते वहां पर मार्ग बाधित रहा.

पढे़ं- उत्तराखंड के 50 से ज्यादा डॉक्टरों का इस्तीफा होगा मंजूर, प्रक्रिया शुरू

एसडीएम श्रीनगर का कहना है कि प्रशासन एनएच विभाग के साथ लगातार संपर्क में है. एक जेसीबी को वहां लगाया गया है. जिसकी मदद से जैसे ही मलवा आ रहा है, उसे तुरंत साफ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मानसून के लिए भी प्रशासन अपनी पूरी तैयारी कर रहा है.

श्रीनगर: राष्ट्रीय राजमार्ग पर अलकनंदा झील के पास फरासू भूस्खलन जोन मानसून सीजन में खतरनाक साबित हो सकता है. जिस कारण चमोली और रुद्रप्रयाग आने-जाने वाले लोगों के साथ-साथ चारधाम आने वाले यात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं, प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद होने का दावा कर रहा है.

फरासू भूस्खलन जोन बन सकता है खतरा.

भूस्खलन को लेकर भू-वैज्ञानिक पहले भी इसपर अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं. इस समस्या को जानते हुए भी राष्ट्रीय राजमार्ग खंड ने इससे निपटने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. बता दें कि बीते अप्रैल माह में ऑल वेदर रोड निर्माण कार्य के दौरान फरासू के पास एक भू-स्खलन जोन सक्रिय हुआ था. जिसके बाद से कई बार भूस्खलन होने के चलते वहां पर मार्ग बाधित रहा.

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एसडीएम श्रीनगर का कहना है कि प्रशासन एनएच विभाग के साथ लगातार संपर्क में है. एक जेसीबी को वहां लगाया गया है. जिसकी मदद से जैसे ही मलवा आ रहा है, उसे तुरंत साफ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मानसून के लिए भी प्रशासन अपनी पूरी तैयारी कर रहा है.

Intro:Body:एंकर विसुअल बाइट राष्ट्रीय राजमार्ग पर अलकनंदा झील के समीप फरासू भूस्खलन जाॅन मानसून सीजन में सर दर्द बन सकता है। जिससे चमोली रूदप्रयाग आने जाने वाले लोगों के साथ-साथ चार धाम आने वाले यात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। राष्ट्रीय राजमार्ग खंड ने इससे निपटने के लिए अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की है। भू वैज्ञानिक पूर्व में भी इस पर चिंता जता चुके हैं। बता दें कि अप्रैल माह में आॅल वेदर रोड निर्माण कार्य के दौरान फरासू के पास व हनुमान मंदिर की बीच एक भू-स्खलन जोन सक्रिय हुआ था। तब से कई बार भूस्खलन होने के चलते यह पर राजमार्ग बाधित रहा। एसडीएम श्रीनगर का कहना है कि एनएच वालों के साथ बराबर संपर्क में हैं। एक मशीन व जेसीबी को वहाॅ तैनात किया गया है। जैसे ही मलवा आ रहा है उसे तुरंत साफ करवाया जा रहा है। मानसून के लिए भी प्रशासन अपनी पूरी तैयारी कर रहा ह।
बाइट-1-दिपेन्द्र नेगी एसडीएम
Conclusion:
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