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Srinagar Treasury Scam: उप कोषागार में गबन का आरोपी गिरफ्तार, एक लेखाकार की हो चुकी मौत

उप कोषागार श्रीनगर में सरकारी धन का गबन करने वाला आरोपी लेखाकार को पुलिस ने गिरफ्तार कर दिया है. लेखाकार पर उप कोषागार के करीब 75 मृत पेंशनरों के खातों से लाखों रुपये के गबन का आरोप है.

Embezzlement accused arrested
Embezzlement accused arrested
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Published : Feb 5, 2022, 1:19 PM IST

श्रीनगर: उप कोषागार श्रीनगर से गबन के आरोपी लेखाकार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. केस दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी लेखाकार हाईकोर्ट गया था, लेकिन कोर्ट से भी उसे राहत नहीं मिली.

गत 10 जनवरी को उप कोषाधिकारी नंदन सिंह खत्री ने कोतवाली में तहरीर देते हुए उप कोषागार के दो कर्मचारियों पर धोखाधड़ी और जालसाली कर सरकारी धन के गबन का आरोप लगाया था. लेखाकार सुभाष चंद्र और सहायक लेखाकार स्व. हरि दर्शन सिंह बिष्ट पर जनवरी 2016 से नवंबर 2020 के बीच 75 मृत पेंशनर्स की पेंशन अपने खातों में जमा कर 38 लाख 61 हजार 417 रुपये का गबन का आरोप है. एफआईआर दर्ज होने के बाद एसएसआई रणवीर रमोला को विवेचना सौंपी गई. विवेचना में सुभाष चंद्र की ओर से 17 लाख 34 हजार 424 रुपये की जालसाजी और अनियमित ढंग से विभिन्न मृतक पेंशनर्स की पेंशन अपने खाते में हस्तांतरित करने की पुष्टि हुई.

पढ़ें: चमोली में देर रात दर्दनाक सड़क हादसा, तीन लोगों की मौत

आरोपों की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी. लेकिन वह हाथ नहीं आया. इस बीच वह हाईकोर्ट चला गया. गत 1 एक फरवरी को कोर्ट ने गिरफ्तारी पर स्टे देने की याचिका खारिज कर दी. इसके बाद पुलिस ने पुन: उसकी तलाश की. कोतवाल हरिओम राज चौहान ने बताया कि पुख्ता सूचना मिलने पर आरोपी सुभाष निवासी खोला को काला रोड बैरियर श्रीनगर के समीप गिरफ्तार कर लिया है. मामले के दूसरे आरोपी हरि दर्शन की एक साल पूर्व मौत हो चुकी है.

श्रीनगर: उप कोषागार श्रीनगर से गबन के आरोपी लेखाकार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. केस दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी लेखाकार हाईकोर्ट गया था, लेकिन कोर्ट से भी उसे राहत नहीं मिली.

गत 10 जनवरी को उप कोषाधिकारी नंदन सिंह खत्री ने कोतवाली में तहरीर देते हुए उप कोषागार के दो कर्मचारियों पर धोखाधड़ी और जालसाली कर सरकारी धन के गबन का आरोप लगाया था. लेखाकार सुभाष चंद्र और सहायक लेखाकार स्व. हरि दर्शन सिंह बिष्ट पर जनवरी 2016 से नवंबर 2020 के बीच 75 मृत पेंशनर्स की पेंशन अपने खातों में जमा कर 38 लाख 61 हजार 417 रुपये का गबन का आरोप है. एफआईआर दर्ज होने के बाद एसएसआई रणवीर रमोला को विवेचना सौंपी गई. विवेचना में सुभाष चंद्र की ओर से 17 लाख 34 हजार 424 रुपये की जालसाजी और अनियमित ढंग से विभिन्न मृतक पेंशनर्स की पेंशन अपने खाते में हस्तांतरित करने की पुष्टि हुई.

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आरोपों की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी. लेकिन वह हाथ नहीं आया. इस बीच वह हाईकोर्ट चला गया. गत 1 एक फरवरी को कोर्ट ने गिरफ्तारी पर स्टे देने की याचिका खारिज कर दी. इसके बाद पुलिस ने पुन: उसकी तलाश की. कोतवाल हरिओम राज चौहान ने बताया कि पुख्ता सूचना मिलने पर आरोपी सुभाष निवासी खोला को काला रोड बैरियर श्रीनगर के समीप गिरफ्तार कर लिया है. मामले के दूसरे आरोपी हरि दर्शन की एक साल पूर्व मौत हो चुकी है.

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