पौड़ी: जंगलों में लगने वाली आग ने इन दिनों पहाड़ों में तांडव मचा रखा है. जिला मुख्यालय पौड़ी से सटे केवर्स गांव का जंगल आग की चपेट में आ गया है. वनस्पतियां जलकर राख हो चुकी हैं. वनाग्नि के चलते ग्रामीणों के सामने पशु चारे की समस्या खड़ी हो गई है. फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग ने वनाग्नि की घटनाओं पर रोक लगाने के लाख दावे किये थे, जो अब हवा-हवाई नजर आ रहे हैं. जिसकी कीमत ग्रामीणों और बेजुबान पशुओं को भुगतनी पड़ रही है.
केवर्स गांव के हरेन्द्र कुमार ने बताया कि जिला मुख्यालय पौड़ी से सटे उनके गांव में इन दिनों लगातार जंगल आग की भेंट चढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि लगातार जलते जंगलों के कारण ग्रामीणों के सामने पशु चारे की समस्या पैदा हो गई है. इसके साथ ही जंगल में लगी आग के कारण जंगली जानवर भी अब गांवों का रुख करने लगे हैं. जिससे आम जनमानस को जान माल का खतरा भी होने लगा है.
उन्होंने वन विभाग से मांग की है कि वन विभाग वन अग्नि की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए तत्परता से काम करे. जिससे जंगलों को जलने से बचाया जा सकेगा. वहीं, नागदेव रेंज के रेंजर अनिल भट्ट ने बताया कि जैसे ही विभाग को वनाग्नि की घटना की सूचना मिल रही है, विभाग आग पर काबू पाने के लिए मौके पर टीम को भेज रहा है. उन्होंने कहा कि विभाग वनाग्नि की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए लगातार काम कर रहा है. साथ ही रेंजर ने ग्रामीणों से भी अपील की कि वे अपने आसपास के जंगलों को आग से बचाने में वन विभाग का सहयोग करें. जिससे वनाग्नि की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके.