ETV Bharat / state

रेलवे सुरंग निर्माण के कारण दर्जनों गांवों में सूखे जल स्रोत, गहराया पेयजल संकट - Villagers upset due to railway tunnel construction in Srinagar

श्रीनगर में इन दिनों रेलवे सुरंग निर्माण का काम चल रहा है. जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रेलवे सुरंग निर्माण के चलते इस इलाके के पेयजल स्रोत सूख गये हैं. जिससे दर्जनों गांवों में पेयजल संकट गहरा गया है.

drinking-water-crisis-in-dozens-of-villages-of-srinagar-due-to-railway-tunnel-construction
रेलवे सुरंग निर्माण के कारण दर्जनों गांवों में सूखे जल स्रोत
author img

By

Published : Mar 27, 2022, 3:52 PM IST

श्रीनगर: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन से एक जहां गढ़वाल के बड़े क्षेत्र को पर्यटन और माल ढोने के लिये बड़ी सौगात मिलेगी, वहीं, दूसरी ओर इससे स्थानीय ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है. रेलवे लाइन निर्माण के चलते श्रीनगर तहसील के रामपुर-कांडी मारुगुण क्षेत्र के कई गांवों में इस योजना के निर्माण से जल स्रोतों के सूखने से भयंकर पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है.

परियोजना निर्माण की कार्यकारी संस्था एलएंडटी द्वारा प्रयोग होने वाले केमिकल्स से ग्रामीणों के खेतों को भी नुकसान हो रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि रेलवे के संबंधित अधिकारियों और रेलवे की निर्माणकारी संस्था एलएंडटी से बार-बार अनुरोध करने पर भी उनकी पेयजल समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है. जबकि यह इलाका ऋषिकेश-बदरीनाथ पैदल यात्रा मार्ग का मुख्य पड़ाव है. जिसके कारण आने वाले समय में श्रद्धालुओं को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

रेलवे सुरंग निर्माण के कारण दर्जनों गांवों में सूखे जल स्रोत.

पढ़ें- हरीश रावत ने धामी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल न होने की बताई वजह, आलोचना से आह

वहीं, मामले में जब ईटीवी भारत ने जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे से बात की तो उन्होंने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को इलाके का मौका मुआयना करने और रेलवे की निर्माणकारी संस्था एलएंडटी को भी पेयजल समस्या के समाधान करने के लिए कहा. उन्होंने कहा फिलहाल ग्रामीणों की पेयजल समस्या के तात्कालिक समाधान करने के लिए टैंकरों से पेयजल उपलब्ध करवाने का निर्देश दे दिये गये हैं.

पढ़ें- हरदा की पीड़ा- 'हार का सबसे ज्यादा दंड मुझे ही क्यों भुगतना पड़ता है? गंगा किनारे क्षमा मांगने को तैयार'

साथ ही उन्होंने पेयजल स्त्रोत के ऊपर रेलवे की निर्माणदायी संस्था एलएंडटी द्वारा हैंडपंप लगाने से जलस्रोत के सूखने और केमिकल्स के प्रयोग से ग्रामीणों की खेती के बर्बाद होने की जांच के लिए एक ज्वाइंट कमेटी बनाने की बात भी कही.

श्रीनगर: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन से एक जहां गढ़वाल के बड़े क्षेत्र को पर्यटन और माल ढोने के लिये बड़ी सौगात मिलेगी, वहीं, दूसरी ओर इससे स्थानीय ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है. रेलवे लाइन निर्माण के चलते श्रीनगर तहसील के रामपुर-कांडी मारुगुण क्षेत्र के कई गांवों में इस योजना के निर्माण से जल स्रोतों के सूखने से भयंकर पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है.

परियोजना निर्माण की कार्यकारी संस्था एलएंडटी द्वारा प्रयोग होने वाले केमिकल्स से ग्रामीणों के खेतों को भी नुकसान हो रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि रेलवे के संबंधित अधिकारियों और रेलवे की निर्माणकारी संस्था एलएंडटी से बार-बार अनुरोध करने पर भी उनकी पेयजल समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है. जबकि यह इलाका ऋषिकेश-बदरीनाथ पैदल यात्रा मार्ग का मुख्य पड़ाव है. जिसके कारण आने वाले समय में श्रद्धालुओं को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

रेलवे सुरंग निर्माण के कारण दर्जनों गांवों में सूखे जल स्रोत.

पढ़ें- हरीश रावत ने धामी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल न होने की बताई वजह, आलोचना से आह

वहीं, मामले में जब ईटीवी भारत ने जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे से बात की तो उन्होंने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को इलाके का मौका मुआयना करने और रेलवे की निर्माणकारी संस्था एलएंडटी को भी पेयजल समस्या के समाधान करने के लिए कहा. उन्होंने कहा फिलहाल ग्रामीणों की पेयजल समस्या के तात्कालिक समाधान करने के लिए टैंकरों से पेयजल उपलब्ध करवाने का निर्देश दे दिये गये हैं.

पढ़ें- हरदा की पीड़ा- 'हार का सबसे ज्यादा दंड मुझे ही क्यों भुगतना पड़ता है? गंगा किनारे क्षमा मांगने को तैयार'

साथ ही उन्होंने पेयजल स्त्रोत के ऊपर रेलवे की निर्माणदायी संस्था एलएंडटी द्वारा हैंडपंप लगाने से जलस्रोत के सूखने और केमिकल्स के प्रयोग से ग्रामीणों की खेती के बर्बाद होने की जांच के लिए एक ज्वाइंट कमेटी बनाने की बात भी कही.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.