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डॉक्टर ने तोड़ा कॉन्ट्रैक्ट, चुकाने पड़े 19 लाख रुपए - राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर

श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से पास आउट डॉ महिमा अग्रवाल द्वारा 19 लाख 52 हजार 934 रुपए के भुगतान के बाद बॉन्ड मुक्त किया गया है.

Government Medical College Srinagar
राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर
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Published : Jun 6, 2020, 7:58 PM IST

श्रीनगर: राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से पास आउट एमबीबीएस डिग्रीधारी डॉ महिमा अग्रवाल द्वारा 19 लाख 52 हजार 934 रुपए के भुगतान के बाद बॉन्ड मुक्त कर दिया गया है. हर साल श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से काफी छात्र-छात्राए रियायती शुल्क पर पढ़ाई करते है. जिसके एवज में उन्हें राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में कुछ साल तक अपनी सेवाएं देने का अनुबंध करना होता है.

अनुबंध शर्त तोड़ने पर पूरा शुल्क जमा करने का प्रावधान है. लेकिन कई छात्र पास आउट होने के बाद स्वास्थ्य महानिदेशालय की तरफ से भेजे गए जगहों पर ना तो ज्वॉइन करते हैं और ना ही बॉन्ड की राशि जमा करते हैं. ऐसे में सरकार ने संबंधित डॉक्टरों को नोटिस जारी करते हुए काम पर लौटने या कॉन्ट्रैक्ट राशि को चुकाने को कहा था.

पढ़ें- सरकार की 'बेरुखी' का शिकार आशा वर्कर, बिना 'सुरक्षा' के काम करने पर मजबूर

वहीं मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीएमएस रावत ने बताया कि 2014 बैच की डॉक्टर महिमा अग्रवाल ने अनुबंध धनराशि जमा कर दी है. यदि वह धनराशि जमा नहीं करती तो अनुबंध के शर्त के मुताबिक उन्हें तीन साल की सेवा देना होता. 19 लाख 52 हजार 934 रुपए के भुगतान के बाद डॉ अग्रवाल ने बॉन्ड मुक्त कर दिया गया है.

श्रीनगर: राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से पास आउट एमबीबीएस डिग्रीधारी डॉ महिमा अग्रवाल द्वारा 19 लाख 52 हजार 934 रुपए के भुगतान के बाद बॉन्ड मुक्त कर दिया गया है. हर साल श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से काफी छात्र-छात्राए रियायती शुल्क पर पढ़ाई करते है. जिसके एवज में उन्हें राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में कुछ साल तक अपनी सेवाएं देने का अनुबंध करना होता है.

अनुबंध शर्त तोड़ने पर पूरा शुल्क जमा करने का प्रावधान है. लेकिन कई छात्र पास आउट होने के बाद स्वास्थ्य महानिदेशालय की तरफ से भेजे गए जगहों पर ना तो ज्वॉइन करते हैं और ना ही बॉन्ड की राशि जमा करते हैं. ऐसे में सरकार ने संबंधित डॉक्टरों को नोटिस जारी करते हुए काम पर लौटने या कॉन्ट्रैक्ट राशि को चुकाने को कहा था.

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वहीं मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीएमएस रावत ने बताया कि 2014 बैच की डॉक्टर महिमा अग्रवाल ने अनुबंध धनराशि जमा कर दी है. यदि वह धनराशि जमा नहीं करती तो अनुबंध के शर्त के मुताबिक उन्हें तीन साल की सेवा देना होता. 19 लाख 52 हजार 934 रुपए के भुगतान के बाद डॉ अग्रवाल ने बॉन्ड मुक्त कर दिया गया है.

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