पौड़ी: वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर से है. लेकिन जिले में जल जीवन मिशन का कार्य अभी भी कछुए की गति से चल रहा है. जिस पर डीएम ने मिशन से जुड़े रेखीय विभागों को जमकर फटकार लगाई. डीएम ने कहा कि केंद्र सरकार के इस प्रोजेक्ट में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने मिशन से जुड़े सभी विभागों को फरवरी माह के अंत तक हर हाल में लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि अगर लक्ष्य पूरा नहीं हुआ तो अफसरों पर कार्रवाई तक की जाएगी.
पौड़ी जिले में जल जीवन मिशन के तहत कार्य अभी भी कछुआ चाल से ही चल रहा है. जिले में बीते दो साल पहले मिशन को लॉन्च किया गया था. जल जीवन मिशन के तहत पेयजल कनेक्शन दिये जाने को लेकर पौड़ी जिले के 15 विकास खंडों में युद्ध स्तर पर कार्य किये जाने के निर्देश दिये गये थे. तब से लेकर अभी तक जिले में इस प्रोजेक्ट पर महज 75 फीसदी की ही प्रगति हो पायी है.
जल जीवन मिशन की रिपोर्ट के अनुसार जिले में मिशन के तय लक्ष्य 18,644 के सापेक्ष 13,983 को कनेक्शन दिये जा चुके हैं. डीएम डॉ. आशीष चौहान ने कलक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा की. डीएम ने अभी तक जिले में मिशन का लक्ष्य पूरा नहीं होने पर जल संस्थान, जल निगम और मिशन के नोडल विभाग स्वजल के अफसरों को जमकर फटकार लगाई.
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डीएम ने कहा कि अफसरों की नाकामी की वजह से जिले में अभी तक मिशन का लक्ष्य शत प्रतिशत नहीं हो पा रहा है. डीएम ने आगामी फरवरी माह के अंत तक हर हाल में अवशेष लक्ष्य को पूरा करने के सख्त निर्देश दिये. साथ ही मिशन के तहत लगायी जा रही पेयजल लाइनों का कार्य समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिये. वहीं मिशन के लिए नामित नोडल अफसर सहित अन्य अफसरों की कार्यप्रणाली से नाराज डीएम डॉ. आशीष चौहान अब खुद ही जल जीवन मिशन के कार्यों की दैनिक समीक्षा करेंगे. डीएम ने संबंधित अफसरों को प्रतिदिन लग रहे पेजयल कनेक्शनों की रिपोर्ट हर दिन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये. साथ ही कहा कि आगामी महीनों में जो भी प्रोजेक्ट शुरू होने हैं, उनकी कार्य योजना तैयार कर तत्काल रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा.