कोटद्वार: उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश से राज्य में नदी और नालों का जलस्तर बढ़ा हुआ है, लेकिन इसके बावजूद लोग नदी-नालों किनारे जाने से परहेज नहीं कर रहे हैं. ऐसी ही एक तस्वीर पौड़ी जिले के कोटद्वार तहसील में देखने को मिली. जहां स्थानीय युवक और सिद्धबली मंदिर आने वाले श्रद्धालु खोह नदी में गोता लगा रहे हैं. जबकि जिला प्रशासन का सख्त निर्देश है कि बरसात के समय नदी-नालों से दूर रहें.
मौसम विभाग की रेड अलर्ट के बावजूद भी कोटद्वार सिद्धबली मंदिर के पास खोह नदी में श्रद्धालु जान जोखिम में डालकर कर भारी बरसात के बीच नदी में गोता लगा रहे हैं. कोटद्वार थाना पुलिस ने लोगों के नदी में जाने पर रोक लगाई है. उसके बावजूद भी यहां आने वाले श्रद्धालुओं को पुलिस प्रशासन का कोई भय नहीं है. कोटद्वार दुगड्डा के मध्य दुर्गा देवी मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले पर्यटक/श्रद्धालु भी खोह नदी में उतर रहे हैं.
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बता दें कि बीते ईद के समय बिजनौर के चार युवकों की नदी में डूबने से मौत हो गई थी. कोटद्वार उप जिलाधिकारी ने कहा नदी किनारे जाने वालों पर पुलिस कठोर कार्रवाई करेगी, लेकिन कोटद्वार पुलिस ने भी नदी तट पर साइन बोर्ड लगा कर अपने काम की इतिश्री कर दी है.
कोटद्वार आने वाले पर्यटक नदियों की ओर आकर्षित हो जाते हैं. जानकारी के अभाव में पर्यटक नदी के गहरे बहाव में अपनी जान गंवा देते हैं. हाल फिलहाल में लैंसडाउन वन प्रभाग में बहने वाली खोह नदी में दुर्गा देवी मंदिर के समीप नहाते हुए बिजनौर जिले से आए 4 युवकों की डूबने से मौत हो गई थी.
उपजिलाधिकारी कोटद्वार ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से सख्त निर्देश हैं कि सिंचाई विभाग, पुलिस विभाग और वन विभाग क्षेत्र के नदी नालों में गश्त करें. कोई भी व्यक्ति नदी में न जाने पाये. वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी ने कहा सिद्धबली मंदिर में चेक पोस्ट बनाया गया है और चीता पुलिस भी लगातार गश्त कर रही है.