श्रीनगर: रेलवे डंपिंग के गदेरे में बनी कृत्रिम झील में युवक के डूबने से मौत के बाद क्षेत्रवासियों में खासा आक्रोश है. गुस्साए लोग निर्माण एजेन्सी से मुआवजे की मांग पर अड़े रहे. वहीं मौके पर पहुंची एसडीएम कीर्तिनगर सोनिया पंत ने लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. वहीं एसडीएम की मौजूदगी में पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए का मुआवजा और रेल परियोजना का काम चलने तक प्रति माह 15 हजार गुजारा भत्ता देने पर सहमति बनी.
झील में डूबने से हुई थी युवक की मौत: गौर हो कि बीते दिन साकनी गांव का 28 वर्षीय संदीप रावत की रेलवे डंपिंग से बनी झील में डूबने से मौत हो गयी थी. युवक संदीप रावत की मौत के लिए रेलवे को जिम्मेदार ठहराते हुए साकनी गांव सहित भरपूर पट्टी के कई गांवों के ग्रामीणों ने रेलवे के निर्माण स्थल बागेश्वर पंत पहुंचकर कार्य बंद करवाया. इस दौरान लोगों में रेलवे प्रबंधन के खिलाफ खासा आक्रोश देखने को मिला.
पढ़ें-अल्मोड़ा की सुयाल नदी में डूबकर भाई बहन की मौत, ऑनलाइन सामान की डिलीवरी लेने गए थे
मुआवजे के बाद शांत हुए ग्रामीण: जिसके बाद एसडीएम सोनिया पंत मौके पर पहुंची और ग्रामीणों व कंपनी अधिकारियों से वार्ता कर सहमति बनवाई. जिसमें युवक संदीप के परिजनों को 5 लाख रुपए का मुआवजा देने व रेल परियोजना का काम चलने तक प्रति माह 15 हजार गुजारा भत्ता देने का शपथ पत्र कंपनी द्वारा दिया गया. जिसके बाद आक्रोशित लोगों का गुस्सा शांत हुआ. वहीं बताया जा रहा है कि युवक घर का एकलौता चिराग था.