कोटद्वार: दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही प्रशासन और व्यापारी आमने-सामने आ गए हैं. प्रशासन ने व्यापारियों से पटाखे की दुकान शहर से दूर दशहरा ग्राउंड ग्रास्टनगंज में लगाने की अपील की. व्यापारी प्रशासन के इस फरमान से नाराज हैं. व्यापारियों का कहना है कि विगत कई वर्षों से कोटद्वार शहर के अंदर ही पटाखों की दुकानें लगाई रही जाती हैं. इस बार प्रशासन उन्हें शहर के बाहर दुकान लगाने को कह रहा है.
व्यापारियों ने प्रशासन को शहर के अंदर दो जगह चिन्हित करवाई, लेकिन एक जगह पर तो कम दुकान लगाई जा सकती हैं. दूसरी जगह पर दर्जनों दुकान लगाई जा सकती हैं, लेकिन उस जगह एक वेडिंग प्वाइंट (विजय गार्डन) बना है. ऐसे में उस जगह के लिए वेडिंग प्वाइंट मालिक से अनापत्ति प्रमाण पत्र की जरूरत है. जिसके लिए प्रशासन ने व्यापारियों को एक दिन का समय दिया है कि वह वेडिंग प्वाइंट स्वामी से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर तहसील में जमा कराएं. अन्यथा आखिरी निर्णय होगा कि दुकान दशहरा ग्राउंड में ही लगेंगी.
वहीं, व्यापारी तिलक राज भाटिया ने कहा कि इससे पहले कभी भी इस तरह की परेशानी कोटद्वार में नहीं आई. वो 25 साल से फुटकर पटाखे के व्यापारी हैं. हर साल शहर के अंदर ही पटाखे लगाए जाते थे. इस साल उपजिलाधिकारी का फरमान है कि शहर के अंदर पटाखे नहीं लगेंगे. कोई भी व्यापारी दशहरा ग्राउंड ग्रास्टनगंज में पटाखे नहीं लगाएगा. क्योंकि यह ग्राउंड बाजार से 3 किलोमीटर दूर है. पहाड़ का जो खरीदार होता है, वह वहां तक नहीं पहुंच सकता. उन्होंने कहा कि शहर में अगर कहीं पटाखे लगेंगे तो एक जगह लगेंगे, अन्यथा पटाखे की दुकान नहीं लगाई जाएगी.
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उपजिलाधिकारी मुक्ता मिश्र ने कहा कि पटाखों को लेकर व्यापारी वर्ग के साथ वार्ता हुई है. अभी कोई सहमति नहीं बनी है. व्यापारियों का कहना है कि देवी रोड पर एक निजी वेडिंग प्वाइंट में पटाखे लगाए जाएंगे. व्यापारियों को निर्देशित किया गया है कि वह वेडिंग प्वाइंट स्वामी से एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) लेकर आएं. अन्यथा फाइनल डिसीजन यही होगा कि दशहरा ग्राउंड ग्रास्टनगंज में ही पटाखों की दुकान लगाई जाएगी.