पौड़ी: धारी देवी मंदिर को जाने वाली सड़क को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल प्रशासन द्वारा इस कच्चे मोटर मार्ग को इन दिनों बंद कर दिया गया है. जिससे धारी देवी मंदिर परिसर में पूजा सामग्री बेचने वालों और ढाबा संचालकों ने अपनी आपत्ति जाहिर की है. उन्होंने प्रशासन पर रोजगार को प्रभावित करने का आरोप लगाया है.
ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग से वाहनों के ना आने से उनके यहां प्रसाद लेने वाले श्रद्धालु नहीं आ रहे हैं. जिससे उनके सामने परिवार का भरण-पोषण करने का संकट उत्पन्न हो गया है. सड़क के शुरू ना होने पर ग्रामीणों ने प्रशासन को बच्चों सहित भूख हड़ताल करने तक की चेतावनी दी है. इस संबंध में ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन ने समक्ष अपना विरोध भी जाहिर किया है.
स्थानीय व्यापारी सोनू धारी का कहना है कि सालों से धारी देवी को जाने वाली सड़क का प्रयोग श्रद्धालु किया करते थे. जिन लोगों के वाहन होते हैं वो सीधे अपने वाहनों के जरिए मंदिर तक पहुंचते थे. जिससे उनका रोजगार चलता था, लेकिन अब प्रशासन ने इन वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिससे उनके रोजगार पर बुरी तरह से प्रभाव पड़ रहा है, लेकिन जब किसी वीआईपी को मंदिर में आना होता है, तो वे इसी मार्ग का उपयोग करते है. उनके लिए कोई प्रतिबंद नहीं लगाए गए हैं.
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स्थानीय निवासी सुरेंद्र ने बताया कि मंदिर में 20 से 25 दुकानें हैं, जो इन्हीं वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं के जरिए चलती हैं, लेकिन अब वाहनों के ना आने से रोजगार पर बुरी तरह से प्रभाव पड़ रहा है. वही श्रीनगर तहसील के तहसीलदार हरीश जोशी का कहना है कि मोटर मार्ग का निर्माण किस एजेंसी ने करवाया है. इसकी जांच की जा रही है. जांच के बाद ही मार्ग के संचालन के बारे में फैसला लिया जाएगा.
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