कोटद्वार: राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिससे वाहनों की संख्या भी बढ़ रही है. कई बार हालात ऐसे हो जाते हैं कि एंबुलेंस तक नहीं पहुंच पाती है. समस्या को देखते हुए चिकित्सा प्रबंधन समिति के द्वारा बैठक बुलाई गई, जिसमें पार्किंग टेंडर प्रस्ताव पारित किया गया, लेकिन कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाने शुरू कर दिये.
बता दें कि राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में ओपीडी में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. जिस करण वाहनों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. चिकित्सालय में मरीजों के साथ आने वाले लोग अपने वाहनों को कहीं भी खड़ा कर देते हैं. जिसके चलते एंबुलेंस इमरजेंसी वार्ड तक नहीं पहुंच पाती हैं. हालात ये हो जाते हैं कि एंबुलेंस को सड़क पर ही मरीज को उतारकर स्ट्रेचर से इमरजेंसी वार्ड तक ले जाना पड़ता है.समस्या को देखते हुए चिकित्सा प्रबंधक समिति ने पार्किंग टेंडर प्रक्रिया शुरू की, जिसमें पार्किंग शुल्क टू व्हीलर ₹10 और कार ₹20 प्रति चक्कर तय किया गया. साथ ही मरीजों से दिनभर में एक बार ही पार्किंग शुल्क लेना तय किया गया.
वही लोगों का कहना है कि चिकित्सालय कोटद्वार में गरीब जनता इलाज के लिए आती है. लेकिन चिकित्सालय में उनके वाहनों से पार्किंग शुल्क वसूला जा रहे हैं. युवा कांग्रेस, एनएसयूआई व कांग्रेस पार्टी पार्किंग का पूर्ण रूप से विरोध करती है.
कांग्रेस नेताओं का कहना है एक तरफ तो सरकार आयुष्मान कार्ड बनाकर मुफ्त इलाज की बात कह रही है. तो दूसरी तरफ सरकार गरीब जनता से वाहनों की पार्किंग शुल्क वसूल रही है.