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वायरल वीडियो पर नहीं, PWD की रिपोर्ट पर CM ने अधिकारियों को किया था सस्पेंड - सीएम ने दिए थे निलंबन के आदेश

लक्ष्मण झूला-नैनीडांडा राजमार्ग संख्या-9 पर घटिया सड़क निर्माण मामले पर नया खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक सीएम ने ईई और जेई के निलंबन के आदेश जांच के आधार पर दिया था. 16 मार्च के अधिशासी अभियंता ने निरीक्षण कर सीएम को रिपोर्ट सौंपी थी.

Pauri
पौड़ी
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Published : Mar 28, 2021, 2:23 PM IST

Updated : Mar 28, 2021, 2:40 PM IST

कोटद्वारः लक्ष्मण झूला-नैनीडांडा राजमार्ग संख्या-9 पर रथुवाढाब से नैनीडांडा के बीच घटिया सड़क निर्माण कार्य का वीडियो वायरल होने पर सीएम ने 17 मार्च को लोक निर्माण खंड दुगड्डा के जेई और ऐई को निलंबित करने के आदेश दिए थे. वहीं सीएम के आदेश के खिलाफ डिप्लोमा इंजीनियर संघ मुख्यमंत्री के फैसले के विरोध में कार्य बहिष्कार पर चले गए थे. ठेकेदारों के साथ लैंसडौन विधायक दिलीप रावत ने भी मुख्यमंत्री के फैसले का विरोध किया था. वहीं अब जानकारी मिली है कि लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता की 16 मार्च के निरीक्षण की रिपोर्ट पर ही मुख्यमंत्री ने जेई और ऐई के निलंबन के आदेश दिए थे.

PWD की रिपोर्ट पर CM ने अधिकारियों को किया था सस्पेंड

ये भी पढ़ेंः डीएम ने दो समितियों की बैठक की, अधिकारियों को दिए निर्देश

जानकारी के मुताबिक वीडियो वायरल में ठेकेदार द्वारा मार्ग के निर्माण में गीली सतह पर तारकोल डाला गया. साथ ही सतह की सफाई भी ठीक तरह से नहीं की गई थी. जिस कारण पुरानी सतह से बॉन्डिंग नहीं हो पाई. अधिशासी अभियंता ने जांच में यह भी स्पष्ट किया कि जेई और ऐई ने अपनी जिम्मेदारियां ठीक से नहीं निभाई गई.

सामाजिक कार्यकर्ता मुजीब नैथानी का कहना है कि सीएम तीरथ सिंह रावत बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. जेई और ऐई को सस्पेंड मात्र वीडियो के आधार पर नहीं बल्कि 16 मार्च को अधिशासी अभियंता लोक निर्माण खंड दुगड्डा की जांच के आधार पर किया है.

कोटद्वारः लक्ष्मण झूला-नैनीडांडा राजमार्ग संख्या-9 पर रथुवाढाब से नैनीडांडा के बीच घटिया सड़क निर्माण कार्य का वीडियो वायरल होने पर सीएम ने 17 मार्च को लोक निर्माण खंड दुगड्डा के जेई और ऐई को निलंबित करने के आदेश दिए थे. वहीं सीएम के आदेश के खिलाफ डिप्लोमा इंजीनियर संघ मुख्यमंत्री के फैसले के विरोध में कार्य बहिष्कार पर चले गए थे. ठेकेदारों के साथ लैंसडौन विधायक दिलीप रावत ने भी मुख्यमंत्री के फैसले का विरोध किया था. वहीं अब जानकारी मिली है कि लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता की 16 मार्च के निरीक्षण की रिपोर्ट पर ही मुख्यमंत्री ने जेई और ऐई के निलंबन के आदेश दिए थे.

PWD की रिपोर्ट पर CM ने अधिकारियों को किया था सस्पेंड

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जानकारी के मुताबिक वीडियो वायरल में ठेकेदार द्वारा मार्ग के निर्माण में गीली सतह पर तारकोल डाला गया. साथ ही सतह की सफाई भी ठीक तरह से नहीं की गई थी. जिस कारण पुरानी सतह से बॉन्डिंग नहीं हो पाई. अधिशासी अभियंता ने जांच में यह भी स्पष्ट किया कि जेई और ऐई ने अपनी जिम्मेदारियां ठीक से नहीं निभाई गई.

सामाजिक कार्यकर्ता मुजीब नैथानी का कहना है कि सीएम तीरथ सिंह रावत बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. जेई और ऐई को सस्पेंड मात्र वीडियो के आधार पर नहीं बल्कि 16 मार्च को अधिशासी अभियंता लोक निर्माण खंड दुगड्डा की जांच के आधार पर किया है.

Last Updated : Mar 28, 2021, 2:40 PM IST
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