श्रीनगर: पौड़ी जिले के श्रीनगर में सोमवार से दस दिवसीय अखिल भारतीय हिलास सरस मेले का रंगारंग आगाज हुआ. मेले का शुभारंभ सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने मेले में लगी स्टॉलों का अवलोकन किया. इस मौके पर सीएम के साथ सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत समेत राज्य मंत्री अतर सिंह असवाल भी मौजूद रहे.
दस दिनों तक चलने वाले सरस मेले में देश से ही नहीं बल्कि पड़ोसी देश नेपाल से भी लोक कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. सरस मेले में 25 राज्यों को स्वयं सहायता समूह हिस्सा ले रहे हैं. जिनके लिए मेला परिसर में 150 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं.
इस मौके पर सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि पहाड़ी शैली की थीम पर सजा यह मेला उत्तराखंड को एक पहचान देने का जरिया बना है. उत्तराखंड के पारंपरिक भवन निर्माण शैली को बढ़ाने के लिए प्रयास होंगे. इसके लिए सरकार मदद करेगी. आज मेलों के स्वरूप को बदलने की जरूरत है. उत्तराखंड के आंचलिक उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाने के लिए यह मेला आयोजित किया जा रहा है.
सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि 2022 तक पुलों की आवश्यकता को पूरा किया जायेगा और उत्तराखंड के हर गांव को सड़क से जोड़ा जाएगा. गांव में विकास सड़क के माध्यम से ही पहुंचेगा. दुनिया में उत्तराखंड से सुंदर जगह कोई नहीं हैं. केवल पर्यटकों को सम्मान देने की जरूरत है. ग्राीमण क्षेत्रों में विकास की दृष्टि से उत्तराखंड़ को 17 अवार्ड मिले हैं.
इस दौरान उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि बसा टू के लिए 30 लाख रुपए जारी हो गए हैं. 994 करोड़ की लगात से सुमाड़ी में एनआईटी का निर्माण किया जायेगा. 78 करोड़ रुपए एनआईटी के अस्थायी कैंपस के लिए दिये गये हैं. उन्होने कहा कि एनआईटी के लिए पेयजल, बिजली और रोड के लिए मुख्यमंत्री की ओर से 54 करोड़ दिए गए हैं.