श्रीनगर: शहर में आज एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया. यहां राजकीय इंटर कॉलेज श्रीनगर के हॉस्टल में रहने वाला 12 साल का बच्चा स्कूल न पढ़ने की जिद के चलते 20 घंटों तक सिल्खाखाल के जंगलों में छिपा रहा. जब हॉस्टल इंचार्ज को मंगलवार दोपहर तक बच्चे के न आने की सूचना मिली, तो वॉर्डन ने मामले में श्रीनगर कोतवाली में बच्चे की गुमशुदगी दर्ज करवाई. जिसके बाद पुलिस ने बच्चे की बरामदगी के लिए शहर भर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. बच्चे के अपने घर जाने का अंदेशा भी जताया गया. पुलिस बच्चे की खोजबीन करते हुए गांव की ओर बढ़ी. तब गांव के बगल के जंगल से पुलिस ने बच्चे को बरामद किया. जिसके बाद पुलिस ने बच्चे को परिजनों और हॉस्टल वॉर्डन के सुपुर्द किया.
घटना के अनुसार राजकीय इंटर कॉलेज श्रीनगर में छठवीं क्लास में पढ़ने वाला 12 साल का बच्चा नेताजी सुभाष चंद बोश हॉस्टल में रहता है. मंगलवार को वह स्कूल गया. जिसके बाद वह हॉस्टल नहीं पहुंचा. इस दौरान हॉस्टल वॉर्डन ने बच्चे के भाई से पूछताछ की तो उसने बताा कि भाई ने उसे घर जाने की बात कही थी. इसके बाद हॉस्टल इंचार्ज ने परिजनों से सम्पर्क किया. परिजनों ने बताया कि बच्चा घर भी नहीं पहुंचा है. जिसके बाद सभी के हाथ पैर फूल गये. मामले में हॉस्टल इंचार्ज मुकेश बहुगुणा ने श्रीनगर कोतवाली में बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई.
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मुकेश ने बताया बच्चे का पढ़ने लिखने में मन नहीं लगता था. वह घर वापस जाने की बात करता रहता था. इसलिए बच्चे ने ये कदम उठाया.श्रीनगर कोतवाली की एसआई सुषमा रावत ने बताया बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट के आधार पर मामले की जांच की गई तो बच्चा घर के पास के ही जंगलों से बरामद किया गया. बच्चे की तलाश के लिए रास्ते भर के सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज चेक किये गये. जिसके आधार पर पुलिस बच्चे तक पहुंची. बच्चे की बरामदगी के बाद पुलिस ने बच्चे को परिजनों और हॉस्टल वॉर्डन के सुपुर्द किया.