कोटद्वार: उत्तराखंड ने बीते दिनों अपना 22वां स्थापना दिवस मनाया. ऐसे में इन 22 सालों में भ्रष्टाचार रूपी दीमक ने प्रदेश के पूरे सिस्टम को कितना खोखला कर दिया है. इसकी बानगी लैंसडाउन तहसील क्षेत्र अंतर्गत राजस्व क्षेत्र कौड़िया 4 में दिखाई दी. जहां एक महिला राजस्व उप निरीक्षक एक आवदेक से हैसियत प्रमाण पत्र बनाने की एवज में पैसों की डिमांड कर रही है. ऐसे में राजस्व उप निरीक्षक का यह ऑडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
दरअसल, लैंसडाउन तहसील के जहरीखाल क्षेत्र में नीरज गर्ग अपने पुराने घर को रिनोवेट करके होम स्टे में तब्दील कर रहे हैं. जिसके लिए आवेदक को पर्यटन विभाग से लोन भी लेना है. ऐसे में नीरज गर्ग लैंसडाउन तहसील में हैसियत प्रमाण पत्र बनाने के लिए पहुंचे थे. जहां महिला राजस्व उपनिरीक्षक उनसे मोबाइल कॉल पर पैसे के लेनदेन के बारे में बात कर रही हैं. वहीं, इस बातचीत के बीच महिला राजस्व उप निरीक्षक पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए आवेदक नीरज गर्ग को उनके साथ न रहने की सलाह भी दे रही हैं.
वहीं, दूसरी ओर आवेदन नीरज गर्ग की लैंसडाउन कानूनगो से इस बारे में फोन पर बातचीत हो रही है. इस बातचीत में कानूननो आवदेक को सभी डॉक्यूमेंट लेकर अपने पास आने कह रहे हैं. साथ ही इसी बीच वह आवेदक से काम के एवज में कुछ पैसों की डिमांड भी करते बातचीत (Bribe demanding Audio viral) कर रहे हैं.
ऐसे में ईटीवी भारत ने लैंसडाउन उपजिलाधिकारी स्मिता परमार (Lansdowne SDM Smita Parmar) को राजस्व उप निरीक्षक व कानूनगो की ओर से आवेदक से पैसे की डिमांड करने वाले ऑडियो के बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. साथ ही इस पहले ऑडियो की फॉरेंसिक जांच की जाएगी. अगर, जांच में ऑडियो सही पाया जाता है, तो दोनों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तहसील लैंसडाउन के पटवारी और कानूनगो से संबंधित इस ऑडियो क्लिप का पौड़ी डीएम आशीष चौहान (Pauri DM Ashish Chauhan) ने भी संज्ञान लिया है. ऐसे में उक्त ऑडियो की को लेकर डीएम चौहान ने तत्काल प्रभाव से उपजिलाधिकारी लैंसडाउन को इस मामले में जांच अधिकारी नामित करते हुए इस प्रकरण की सत्यता और वस्तुस्थिति की जांच करने के आदेश किया है. अगर, इस मामले में कोई भी सत्यता पाई जाती है तो नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करते हुए कृत कार्रवाई से उनको भी अवगत कराने के निर्देश दिए गए हैं.
नोटः ईटीवी भारत इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.