श्रीनगर: उत्तराखंड में स्वास्थ्य महकमे की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है. आलम यह है कि सूबे के कई अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं. जहां पर डॉक्टर तैनात भी हैं तो वहां पर दवाइयां और अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं. इसी कड़ी में पौड़ी जिले का श्रीकोट बेस अस्पताल बदहाल स्थिति में है. यहां पर बाल रोग विभाग में कोई डॉक्टर ही नहीं, जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल, श्रीनगर गढ़वाल के श्रीकोट में स्थित बेस अस्पताल में तैनात बाल रोग विभाग के दो डॉक्टरों में से एक डॉक्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जबकि विभाग के एचओडी बीते लंबे समय से अवकाश पर हैं. अस्पताल प्रशिक्षु डॉक्टरों के भरोसे चल रहा है. अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी के चलते मासूम बच्चों के इलाज के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं.
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डॉक्टरों के अभाव के चलते छोटे बच्चे मैदानी अस्पतालों के लिए रेफर किए जा रहे हैं. वहीं अस्पताल में दो प्री मेच्योर बच्चों की मौत होने से अस्पताल में भर्ती अन्य बच्चों के अभिभावक डरे और सहमे हुए हैं. अस्पताल में भर्ती बच्चों के अभिभावकों का आरोप है कि यहां पर अव्यवस्थाओं के चलते बच्चों का इलाज सही तरीके से नहीं हो पा रहा है. उनका कहना है कि डॉक्टर समय पर मरीजों को देखने नहीं आते हैं. इस तरह की लापरवाही से अस्पताल प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं.