ETV Bharat / state

सड़क निर्माण में धांधली की पुष्टि, अपर जिलाधिकारी ने दिये धन वसूली के आदेश

पौड़ी अपर जिलाधिकारी के पत्र से लोक निर्माण विभाग दुगड्डा में हड़कंप मचा हुआ है.

ADM has ordered the recovery of money in Kotdwar
अपर जिलाधिकारी ने दिये धन वसूली के आदेश
author img

By

Published : Jan 11, 2021, 4:14 PM IST

कोटद्वार: पौड़ी अपर जिलाधिकारी ने अधीक्षण अभियंता 12वां वित्त लोक निर्माण विभाग पौड़ी गढ़वाल को एक पत्र भेजा है. जिसमें उन्होंने तहसील परिसर में साल 2015 -16 में बनी सड़क में हुए घोटाले के मामले में रिकवरी और दोषियों पर आवश्यक कार्यवाही करने के आदेश जारी किये हैं. इस पत्र के बाद लोक निर्माण विभाग दुगड्डा में हड़कंप मचा हुआ है.

क्या था मामला
बता दें कि साल 2015-16 में लोक निर्माण दुगड्डा के द्वारा कोटद्वार तहसील प्रांगण में सड़क का निर्माण किया गया था. जिस पर समाजसेवी मुजीब नैथानी ने घोटाले का अनुमान जताते हुए जांच की मांग की थी. 26 नवंबर 2016 को तहसीलदार की अध्यक्षता में इसके लिए दो सदस्यीय समिति गठित की गई. जिसमें तहसीलदार कोटद्वार को अध्यक्ष और सहायक अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण सेवा कोटद्वार को सदस्य नियुक्त किया गया था.

पढ़ें: डीएनए टेस्ट के लिए कोर्ट में पेश नहीं हुए महेश नेगी, स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला

प्रकरण में छ्वाण सिंह रावत तहसीलदार कोटद्वार एवं एसएस रावत सहायक अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग कोटद्वार ने अपनी 28 दिसंबर 2016 की रिपोर्ट में बताया था कि उपजिलाधिकारी आवास के सामने से मुख्य गेट से तहसील आवास तक जिसमें पूर्व में सीसी मार्ग बना हुआ था. उसके ऊपर 20 एमएम मोटाई का पीसी कार्य किया गया. जिसके बेस में सीसी कार्य होने की वजह से G, G2 और G3 नहीं डाला गया.

ये भी पढ़ें: कोरोना तय करेगा महाकुंभ-2021 का स्वरूप, जानिए क्यों?

यह भी बताया गया था कि तहसील परिसर के सड़क निर्माण में बेस में G1, G2 व G3 तथा उसके ऊपर 20 एमएम मोटाई की पीसी का कार्य किया गया है. सड़क के टॉप में सील कोर्ट के कार्य में कमी पाई गई. सड़क गुणवत्ता की परक नहीं है.

सड़क के टॉप सील को फिर मौसम अनुकूल होने पर कार्य किया जाना आवश्यक है. लेकिन उक्त सील कोट दोबारा आज तक नहीं डाली गई. जांच के दौरान तकनीकी अधिकारी भी मौजूद थे. जांच में यह भी पता चला कि सड़क निर्माण का कार्य 9 जनवरी 2017 से पूर्व हो गया था, किंतु पत्रावली में सलंग्न कॉन्टेक्ट बॉन्डों के अवलोकन में दूसरा बॉन्ड कार्य समाप्ति के बाद का है.

कोटद्वार: पौड़ी अपर जिलाधिकारी ने अधीक्षण अभियंता 12वां वित्त लोक निर्माण विभाग पौड़ी गढ़वाल को एक पत्र भेजा है. जिसमें उन्होंने तहसील परिसर में साल 2015 -16 में बनी सड़क में हुए घोटाले के मामले में रिकवरी और दोषियों पर आवश्यक कार्यवाही करने के आदेश जारी किये हैं. इस पत्र के बाद लोक निर्माण विभाग दुगड्डा में हड़कंप मचा हुआ है.

क्या था मामला
बता दें कि साल 2015-16 में लोक निर्माण दुगड्डा के द्वारा कोटद्वार तहसील प्रांगण में सड़क का निर्माण किया गया था. जिस पर समाजसेवी मुजीब नैथानी ने घोटाले का अनुमान जताते हुए जांच की मांग की थी. 26 नवंबर 2016 को तहसीलदार की अध्यक्षता में इसके लिए दो सदस्यीय समिति गठित की गई. जिसमें तहसीलदार कोटद्वार को अध्यक्ष और सहायक अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण सेवा कोटद्वार को सदस्य नियुक्त किया गया था.

पढ़ें: डीएनए टेस्ट के लिए कोर्ट में पेश नहीं हुए महेश नेगी, स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला

प्रकरण में छ्वाण सिंह रावत तहसीलदार कोटद्वार एवं एसएस रावत सहायक अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग कोटद्वार ने अपनी 28 दिसंबर 2016 की रिपोर्ट में बताया था कि उपजिलाधिकारी आवास के सामने से मुख्य गेट से तहसील आवास तक जिसमें पूर्व में सीसी मार्ग बना हुआ था. उसके ऊपर 20 एमएम मोटाई का पीसी कार्य किया गया. जिसके बेस में सीसी कार्य होने की वजह से G, G2 और G3 नहीं डाला गया.

ये भी पढ़ें: कोरोना तय करेगा महाकुंभ-2021 का स्वरूप, जानिए क्यों?

यह भी बताया गया था कि तहसील परिसर के सड़क निर्माण में बेस में G1, G2 व G3 तथा उसके ऊपर 20 एमएम मोटाई की पीसी का कार्य किया गया है. सड़क के टॉप में सील कोर्ट के कार्य में कमी पाई गई. सड़क गुणवत्ता की परक नहीं है.

सड़क के टॉप सील को फिर मौसम अनुकूल होने पर कार्य किया जाना आवश्यक है. लेकिन उक्त सील कोट दोबारा आज तक नहीं डाली गई. जांच के दौरान तकनीकी अधिकारी भी मौजूद थे. जांच में यह भी पता चला कि सड़क निर्माण का कार्य 9 जनवरी 2017 से पूर्व हो गया था, किंतु पत्रावली में सलंग्न कॉन्टेक्ट बॉन्डों के अवलोकन में दूसरा बॉन्ड कार्य समाप्ति के बाद का है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.