पौड़ी: जिला प्रशासन जल्द ही नमामि गंगे के तहत गंगा तट पर अतिक्रमण हटाने समेत नाला टेंपिंग एवं बायो मेडिकल निस्तारण को लेकर ठोस कार्रवाई करने की तैयारी में है. डीएम पौड़ी ने इसके लिए सभी विभागों को गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही नगर पंचायत जौंक में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने की बात भी कही. जिसके लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया गया.
डीएम आशीष चौहान ने नमामि गंगे की जिला स्तरीय गंगा समिति की बैठक लेते हुए कहा अब जनपद में होटल संचालकों, धर्मशाला, कैंप एवं अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को तत्काल सीवरेज लाइन से जुड़ने के साथ ही जल्द अपनी बाउंड्री में छोटे बायो डाइजस्टर अनिवार्य रूप से बनाने होंगे, जो व्यवसायिक प्रतिष्ठान इन नियमों की अनदेखी करेगा उस पर संबंधित के खिलाफ नोटिस जारी किये जाएंगे. इसके बाद प्रशासन की ओर से दंडात्मक कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी. उन्होंने सभी अधिकारियों से हर दिन निकलने वाले गीले, सूखे एवं प्लास्टिक कूड़े और उसके निस्तारण के लिए ठोस तकनीक के तहत कार्रवाई करने को कहा.
पढ़ें- बेरीनाग में कंटीले तारों के बीच फंसा गुलदार, वन विभाग ने बचाई जान
डीएम ने नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत सीवरेज संग्रह और निस्तारण, घरेलू, होटल, धर्मशाला, आश्रम, कूड़ा निस्तारण, उद्योग अपशिष्ट, जैव चिकित्सा अवशिष्ट, गंगा तट पर अतिक्रमण, गंगा नदी के न्यूनतम पर्यावरण प्रवाह, जल गुणवत्ता, सीवरेज उपचारित जल का पुन, भूजल निकासी का विनियमन आदि को लेकर डीएफओ को ठोस रणनीति के तहत प्लान तैयार करने को कहा. डीएम ने कहा यमकेश्वर ब्लॉक के नगर पंचायत जौंक में होटल और अन्य व्यवसायिक गतिविधियां अधिक होने के चलते यहां सीवर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जाना अनिवार्य है. जिसके लिए उन्होंने अधिशासी अधिकारी जौंक को शीघ्र ही रिर्पोट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये.