कोटद्वारः तहसील क्षेत्र के अंतर्गत इन दिनों भू माफिया का आतंक मचा हुआ है. भूमाफिया किसानों की जमीन को खुर्दबुर्द करने में लगे हैं, तो वहीं स्थानीय प्रशासन कार्रवाई की बजाय मूकदर्शक बना है. ताजा मामला कोटद्वार तहसील के मोटाढ़ाग पट्टी के नंदपुर का है. जहां पर जगदीश पाल सिंह बिष्ट की जमीन को भू माफिया ने खुर्दबुर्द कर दिया गया. जब इस बात की भनक जगदीश बिष्ट को लगी तो उन्होंने उक्त भूमाफिया से जानकारी चाही तो भूमाफिया के द्वारा उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई.
वहीं, पीड़ितों ने इसकी शिकायत डीआईजी गढ़वाल से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उसके बाद उन्होंने तहसील प्रशासन से अपनी जमीन की नापजोत करने के लिए गुहार लगाई. तहसील प्रशासन द्वारा उनके प्रार्थना पत्र पर जमीन नापजोत के लिए कानूनगो को निर्देशित किया. पीड़ित कमल सिंह ने बताया कि यह जमीन मेरे दादा की पुश्तैनी जमीन थी. दादा के स्वर्गवास होने के बाद यह जमीन ताऊ और पिताजी के नाम दर्ज हो गई है, यहां भूमाफिया संजय रावत ने हमारी जमीन को खुर्दबुर्द किया है.
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कई और लोगों की जमीन को भी खुर्दबुर्द किया है. सभी लोग इस भूमाफिया से पीड़ित हैं. वह अपने भाजपा के किसी बड़े नेता के साथ संबंध बताता है. क्षेत्र में 300 बीघा से अधिक जमीन को इस भूमाफिया ने खुर्दबुर्द किया है. वहीं, एक और पीड़ित सुभाष नेगी ने बताया कि मैंने पूर्व प्रधान विनोद रावत से जमीन खरीदी थी. उन्होंने मुझे यह प्लॉट दिखाया था और उस दौरान संजय रावत भी वहां पर मौजूद था.
मैंने अपने प्लॉट में बाउंड्री भी करवाई थी तो अब पता चला कि यह प्लाट किसी और का है. इस भूमाफिया ने कई और लोगों की जमीन को भी खुर्दबुर्द किया है और फर्जी तरीके से दूसरे व्यक्ति के प्लॉट को मेरे नाम पर रजिस्ट्री करवाई है. पीड़ित ने प्रशासन से भू माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
वहीं, सीओ अनिल कुमार जोशी ने कहा कि विवादित जमीनों का तहसील प्रशासन के साथ मिलकर ब्यूरो बनाया जा रहा है. अभी तक 7 से 8 जमीन विवादित सामने आई हैं. इन जमीनों के पीछे अगर किसी आपराधिक किस्म के लोगों की संलिप्ता पाई जाएगी तो चाहे वह क्रेता हो या विक्रेता उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.