पौड़ी: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पौड़ी के कोट में स्थित सीता माता की समाधि स्थल फलस्वाड़ी को टूरिस्ट सर्किट के रूप में विकसित किए जाने के निर्देश दिए हैं. जिसका धार्मिक रूप से काफी महत्व है. जिसे विकसित करने से देश-विदेश से काफी संख्या में सैलानी इस स्थल का दीदार करने पहुंचेंगे. साथ ही सीएम ने कहा कि पौड़ी को जयपुर की तर्ज पर कलर सिटी की रूप विकसित किया जाएगा.
गौर हो कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गढ़वाल कमिश्नरी पौड़ी के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में शिरकत करते हुए दूसरे दिन विकास की योजनाओं को हरी झंडी दिखाई. मीडिया से बात करते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पौड़ी के विकास के लिए योजनाओं का पिटारा खोला. मुख्यमंत्रीने पौड़ी के कोट में स्थित सीता माता की समाधि स्थल फलस्वाड़ी को सर्किट के रूप में विकसित किए जाने के निर्देश दिए हैं. जिसे विकसित करने से देश-विदेश से बड़ी सेख्या में सैलानी दीदार करने पहुंचेंगे. सर्किट के ल्वाली में बनने वाली झील से जुड़ने पर पर्यटन विकास के रास्ते खुलेंगे. इससे स्थानीय आर्थिकी सशक्त तो होगी ही, रोजगार के अवसर भी सृजित हो सकेंगे.
साथ ही क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही सीएम ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे. जिले के विकास के लिए पौड़ी में 2 अरब रुपये खर्च किये जाएंगे. जिसकी जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को दी जाएगी, ताकि बजट पौड़ी के पार्कों, सड़कों के सौंदर्यीकरण पर खर्चा किया जा सकें. साथ ही ऊंचाई वाले क्षेत्रों को भी विकास की योजनाओं से जोड़ने के निर्देश दिए. सीएम ने आगे कहा कि पौड़ी को जयपुर की तरह है, कलर सिटी की तरह विकसित किया जाएगा.
सीएम ने कहा कि जनपद में साहसिक खेल गतिविधि निदेशालय बनाया जाएगा जिसके लिए जमीन तलाशी जा रही है. उन्होंने बताया कि एनसीसी अकादमी के लिए पौड़ी के देवार में निशुल्क भूमि मिल चुकी है और इसके बनने के बाद यहां प्रतिवर्ष 35 से 40 हजार लोग प्रशिक्षण लेंगे. साथ ही सीएम ने कहा कि ल्वाली झील के निर्माण के बाद यहां पर करीब 70 लाख लीटर पानी एकत्र होगा.
वहीं, पिथौरागढ़ में ट्यूलिप गार्डन 50 हेक्टर पर बनाया जएगा. जिसके लिए 50 करोड़ खर्च होगा. यहां पर 8 महीनों तक फूल खिले रहेंगे. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टिहरी में सी प्लेन को उतारने के लिए 3 जुलाई को एमओयू होगा.