श्रीनगर: बेस अस्पताल श्रीनगर में गुरुवार को 8 कोरोना मरीजों की मौत हुई है. अस्पताल में अभी भी 124 लोगों का इलाज जारी है. 94 लोगों को ऑक्सीजन सपोर्ट बेड में रखा गया है. 41 संक्रमित आईसीयू बेड पर हैं.
वहीं, लोगों की आपत्ति और सुरक्षा को देखते हुए उपजिलाधिकारी श्रीनगर के आदेश के बाद अब अल्केस्वर घाट पर शवों का दाह संस्कार नहीं किया जायेगा. इसके बदले शवों को श्रीकोट ओर भक्त्याना स्थित घाटों पर अंतिम संस्कार किए जाएंगे.
अंतिम संस्कार में लापरवाही के बाद लिया गया फैसला
बता दें, स्थानीय लोगों की शिकायत थी कि शवदाह करने में लापरवाही बरती जा रही है. शवों को पूर्ण रूप से नहीं जलाया जा रहा है, जिसके चलते शवों के बचे हुए हिस्सों को जानवर खा रहे थे. जिसके बाद उपजिलाधिकारी ने ये फैसला लिया है.
एंबुलेंस का तय किया गया किराया
वहीं, एंबुलेंस चालक द्वारा 3 किलोमीटर के 6 हजार रुपए लिए जाने के प्रकरण के बाद प्राइवेट एम्बुलेंस के शुल्क का भी निर्धारण कर लिया गया है. अब प्राइवेट एम्बुलेंस संचालक 15 किलोमीटर के 11 सौ रुपये लेंगे.
डीएम ने किया मेडिकल कॉलेज श्रीकोट का निरीक्षण
जिलाधिकारी पौड़ी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव संबंधी व्यवस्थाओं का जायजा लेने हेतु राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीकोट में स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने सबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि अस्पताल में निर्माणाधीन 30 बेड के आईसीयू कक्षों का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करना सुनिश्चित करें, ताकि मरीजों को इसका लाभ मिल सके.
उन्होंने अस्पताल में प्रस्तावित ऑक्सीजन प्लांट निर्माण के लिए भूमि चयन को स्वीकृति दी. साथ ही कहा कि मेडिकल कॉलेज में 1200 लीटर क्षमता की ऑक्सीजन की व्यवस्था है, जिसको बढ़ाने के लिए प्रस्तावित प्लांट लगाया जाएगा. उन्होंने कोविड कंट्रोल रूम का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि कंट्रोल रूम का साइज बढ़ाएं तथा कक्ष के बाहर बड़ा फ्लैक्सी बोर्ड लगाना सुनिश्चित करें. उन्होंने संबंधित अधिकारी को कंट्रोल रूम के बाहर बड़ा फ्लैक्सी लगाते हुए सीएमएस व प्रभारी डॉक्टर का नाम व फोन नंबर चस्पा करने के निर्देश दिए हैं.
कण्वाश्रम वन बीट चौकी में 5 बेड का आइसोलेशन बेड की स्थापना
इसके साथ ही लैंसडौन वन प्रभाग ने कण्वाश्रम स्थित वन बीट चौकी में 5 बेड का आइशोलेशन वॉर्ड की स्थापना की है. कोरोना महामारी से संक्रमित वन निगम और वन विभाग के कर्मचारी के लिए आइशोलेशन वार्ड की स्थापना की गई है. इसके लिए वन विभाग ने पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन, ऑक्सीमीटर, 50 पीपीई किट, थर्मल स्कैनिंग मशीन, कोविड किट, मास्क, सैनिटाइजर और 2 महीने के लिए एक फॉर्मेसिस्ट और एक डॉक्टर को प्राइवेट सेक्टर से हायर किया है.
लैंसडौन वन प्रभाग के डीएफओ दीपक सिंह ने बताया कि कई मामलों देखा जा रहा कि अस्पतालों में कोरोना संक्रमित कर्मचारियों के लिए बेड नहीं उपलब्ध हो पा रहे हैं. इसी को देखते हुए वन विभाग ने फैसला लिया कि वह वन निगम और वन विभाग के कर्मचारियों के लिए कोटद्वार रेंज की कण्वाश्रम स्थित बीट चौकी को 5 वार्ड आइसोलेशन सेंटर में तब्दील किया गया है.