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बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर कमलेश्वर मंदिर में जलाई जाती हैं 365 बातियां, जानें क्या है कारण

बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर आज श्रद्धालुओं ने कमलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर 365 बत्तियां जलाई. इन बत्तियों को जलाने से सभी पाप कर्मों से मुक्ति मिलती है.

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Published : Nov 28, 2020, 3:33 PM IST

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बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर कमलेश्वर मंदिर में जलाई जाती हैं 365 बातियां

श्रीनगर: आज श्रीनगर गढ़वाल में बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर कमलेश्वर महादेव मंदिर विशेष अनुष्ठान किया जाएगा. इस अनुष्ठान में खड़े दिये दिये जाते हैं. जिसके लिए इस साल 130 दंपतियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. मान्यता है कि इसे करने से निसंतान दंपतियों को संतान की प्राप्ति होती है. इसके अलावा आज के दिन जो भी भगवान शिव के इस मंदिर में 365 बत्तियां जलाता है वो सभी पाप कर्मों से मुक्ति पा जाता है. वहीं, इस बार कोरोना संक्रमण के चलते श्रीनगर में बैंकुठ चतुर्दशी मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है. जबकि, नगर के जीएनटीआई मैदान में हर साल 10 दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता था.

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बातियां जलाते श्रद्धालु

शनिवार को बैकुंठ चतुर्दशी के दिन कमलेश्वर महादेव मंदिर में दूर-दराज से श्रद्धालु पहुंचे. जिन्होंने भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हुए मंदिर में 365 बत्तियां जलाई. इस दौरान श्रद्धालुओं पर कोरोना वायरस का कोई असर देखने को नहीं मिला. श्रद्धालुओं ने स्वास्थ्य से उपर आस्था को रखा. आज सुबह 10 बजे से ही मंदिर में श्रद्धालु पहुंचने लगे थे. लोगों ने सुख समृद्धि व निरोग्य जीवन की कामना के लिए मंदिर में दीप दान किया.

बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर कमलेश्वर मंदिर में जलाई जाती हैं 365 बातियां

पढ़ें- कमलेश्वर मंदिर में 'खड़ा दीया' अनुष्ठान के लिए 130 दंपतियों ने करवाया रजिस्ट्रेशन

वहीं, आज देर शाम से मंदिर में 'खड़ा दिया' का भी अनुष्ठान किया जाएगा. जिसमें निसंतान दम्पति निर्जला व्रत रखकर हाथों में दीपक रखकर खड़े होकर रातभर भगवान शिव की आराधना करते हैं. इस वर्ष होने वाले अनुष्ठान में देशभर से 130 निसंतान दंपतियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. जिनमेंं पंजाब, नोएडा, दिल्ली उत्तरप्रदेश सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों कई निसंतान दंपति शामिल होते हैं. कमलेश्वर महादेव मंदिर के महंत ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर खड़ा दीया पूजन में कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा.

श्रीनगर: आज श्रीनगर गढ़वाल में बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर कमलेश्वर महादेव मंदिर विशेष अनुष्ठान किया जाएगा. इस अनुष्ठान में खड़े दिये दिये जाते हैं. जिसके लिए इस साल 130 दंपतियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. मान्यता है कि इसे करने से निसंतान दंपतियों को संतान की प्राप्ति होती है. इसके अलावा आज के दिन जो भी भगवान शिव के इस मंदिर में 365 बत्तियां जलाता है वो सभी पाप कर्मों से मुक्ति पा जाता है. वहीं, इस बार कोरोना संक्रमण के चलते श्रीनगर में बैंकुठ चतुर्दशी मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है. जबकि, नगर के जीएनटीआई मैदान में हर साल 10 दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता था.

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बातियां जलाते श्रद्धालु

शनिवार को बैकुंठ चतुर्दशी के दिन कमलेश्वर महादेव मंदिर में दूर-दराज से श्रद्धालु पहुंचे. जिन्होंने भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हुए मंदिर में 365 बत्तियां जलाई. इस दौरान श्रद्धालुओं पर कोरोना वायरस का कोई असर देखने को नहीं मिला. श्रद्धालुओं ने स्वास्थ्य से उपर आस्था को रखा. आज सुबह 10 बजे से ही मंदिर में श्रद्धालु पहुंचने लगे थे. लोगों ने सुख समृद्धि व निरोग्य जीवन की कामना के लिए मंदिर में दीप दान किया.

बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर कमलेश्वर मंदिर में जलाई जाती हैं 365 बातियां

पढ़ें- कमलेश्वर मंदिर में 'खड़ा दीया' अनुष्ठान के लिए 130 दंपतियों ने करवाया रजिस्ट्रेशन

वहीं, आज देर शाम से मंदिर में 'खड़ा दिया' का भी अनुष्ठान किया जाएगा. जिसमें निसंतान दम्पति निर्जला व्रत रखकर हाथों में दीपक रखकर खड़े होकर रातभर भगवान शिव की आराधना करते हैं. इस वर्ष होने वाले अनुष्ठान में देशभर से 130 निसंतान दंपतियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. जिनमेंं पंजाब, नोएडा, दिल्ली उत्तरप्रदेश सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों कई निसंतान दंपति शामिल होते हैं. कमलेश्वर महादेव मंदिर के महंत ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर खड़ा दीया पूजन में कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा.

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