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नए साल पर देवप्रयाग के 28 गांवों को मिला तोहफा, पूरी हुई वर्षों पुरानी मांग

देवप्रयाग में तीन पटवारी क्षेत्रों के 28 गांव को तहसील कीर्तिनगर में शामिल कर दिया गया है. जिससे ग्रामीणों में खुशी का माहौल है.

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Published : Jan 6, 2020, 12:48 PM IST

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देवप्रयाग तहसील के 28 गांवों को तोहफा

श्रीनगर: नए साल पर देवप्रयाग तहसील के 28 गांवों को तोहफा मिला है. इन गांवों को देवप्रयाग तहसील से अलग कर कीर्तिनगर तहसील में शामिल कर दिया गया है. ग्रामीण लम्बे समय से देवप्रयाग तहसील से अलग होने की मांग कर रहे थे. इन ग्रामीणों की मांग को मानते हुए शासन ने आदेश जारी कर दिया है. पूर्व में कीर्तिनगर क्षेत्र के लोगों को तहसील में सरकारी दस्तावेज बनवाने के लिए मीलों दूर देवप्रयाग जाना पड़ता था, लेकिन अब इन लोगों को चंद कदम पर ही तहसील मिल जाएगी.

देवप्रयाग तहसील के 28 गांवों को तोहफा.

यह भी पढ़ेंः लक्सरः जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई, CMO ने आशीर्वाद नर्सिंग होम किया सील

बता दें कि 14 जून 2016 को शासन द्वारा अधिसूचना जारी करते हुए 16 पटवारी क्षेत्रों के 159 गांवों को देवप्रयाग से अलग करते हुए कीर्तिनगर तहसील का गठन किया गया था, लेकिन लक्षमोली, हिसिरियाखाल और बागवान जामनिखाल मोटरमार्ग स्थित 28 गांवों को देवप्रयाग में ही रखा गया, जिससे उनको प्रशासनिक कार्यों के लिए 30 से 40 किलोमीटर का सफर करना पड़ता था.

अब तीन पटवारी क्षेत्रों के 28 गांव को तहसील कीर्तिनगर में शामिल कर दिया गया है. दूसरी ओर देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने बताया कि ग्रामीण लम्बे समय से इस मांग को उठा रहे थे, जिनकी मांग शासन द्वारा मंजूर कर ली गई है. अब ग्रामीणों को मीलों सफर तयकर देवप्रयाग नहीं जाना पड़ेगा.

श्रीनगर: नए साल पर देवप्रयाग तहसील के 28 गांवों को तोहफा मिला है. इन गांवों को देवप्रयाग तहसील से अलग कर कीर्तिनगर तहसील में शामिल कर दिया गया है. ग्रामीण लम्बे समय से देवप्रयाग तहसील से अलग होने की मांग कर रहे थे. इन ग्रामीणों की मांग को मानते हुए शासन ने आदेश जारी कर दिया है. पूर्व में कीर्तिनगर क्षेत्र के लोगों को तहसील में सरकारी दस्तावेज बनवाने के लिए मीलों दूर देवप्रयाग जाना पड़ता था, लेकिन अब इन लोगों को चंद कदम पर ही तहसील मिल जाएगी.

देवप्रयाग तहसील के 28 गांवों को तोहफा.

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बता दें कि 14 जून 2016 को शासन द्वारा अधिसूचना जारी करते हुए 16 पटवारी क्षेत्रों के 159 गांवों को देवप्रयाग से अलग करते हुए कीर्तिनगर तहसील का गठन किया गया था, लेकिन लक्षमोली, हिसिरियाखाल और बागवान जामनिखाल मोटरमार्ग स्थित 28 गांवों को देवप्रयाग में ही रखा गया, जिससे उनको प्रशासनिक कार्यों के लिए 30 से 40 किलोमीटर का सफर करना पड़ता था.

अब तीन पटवारी क्षेत्रों के 28 गांव को तहसील कीर्तिनगर में शामिल कर दिया गया है. दूसरी ओर देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने बताया कि ग्रामीण लम्बे समय से इस मांग को उठा रहे थे, जिनकी मांग शासन द्वारा मंजूर कर ली गई है. अब ग्रामीणों को मीलों सफर तयकर देवप्रयाग नहीं जाना पड़ेगा.

Intro:नये साल पर देवप्रयाग तहसील के 28 गांवों को तोहफा मिला है इन गांवों गांवो को देवप्रयाग तहसील से अलग कर कीर्तिनगर तहसील में शामिल कर दिया गया है ग्रामीण लम्बे समय से देवप्रयाग तहसील से अलग होने की मांग कर रहे थे इन ग्रामीणों की मांग को मानते हुए सासन द्वारा आदेश जारी कर दिए गए।


Body: पूर्व में कीर्तिनगर क्षेत्र के लोगो को तहसील में सरकारी दस्तावेज बनाने लिए मिलो दूर देवप्रयाग जाना पड़ता था लेकिन अब इन लोगो चंद कदम पर तहसील मुहैय्या करवा दी गयी है।आपको बता दे कि 14 जून 2016 को सासन द्वारा आदिसूचना जारी करते हुए 16 पटवारी क्षेत्रों के 159 गांवों को देवप्रयाग से अलग करते हुए कीर्तिनगर तहसील के गठन किया गया था लेकिन लक्षमोली हिसिरियाखाल ओर बागवान जामनिखाल मोटर मार्ग स्थित 28 गांवो को देवप्रयाग में ही रखा गया जिससे उनको प्रशासनिक कार्यो के लिए 30 से 40 किलोमीटर का सफर करना पड़ता था ।लेकिन अब इन गांव वालों को तीन पटवारी क्षेत्रों के 28 गांव को तहसील कीर्तिनगर में शामिल कर दिया गया है।


Conclusion:देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने बताया कि ग्रामीण लम्बे समय से इस मांग को उठा रहे थे जिनकी मांग सासन द्वारा मान लिया गया है अब ग्रामीणों को मिलो के सफर तय कर देवप्रयाग नही जाना पड़ेगा
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