हल्द्वानी: बाजपुर में हुए हमले पर पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (Former cabinet minister Yashpal Arya) ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. यशपाल आर्य ने ईटीवी भारत से खास बातचीत (Yashpal Arya on ETV Bharat) में कहा कि बाजपुर में उनके ऊपर हमला साजिश के तहत कराया गया है. उन्होंने कहा है कि उनको पहले से आशंका थी कि उनके ऊपर हमला हो सकता है. इसको लेकर गृह मंत्रालय और डीजीपी को भी पत्र लिख चुके हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा हटा ली गई, जिसका नतीजा है कि उनके ऊपर हमला किया गया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी के कुछ नेताओं द्वारा उनके ऊपर हमला कराया गया है.
यशपाल आर्य ने कहा कि शनिवार को बाजपुर में एक कार्यक्रम होना था, जिसमें बीजेपी के स्थानीय नेताओं को कांग्रेस ज्वॉइन करनी थी. लेकिन बीजेपी और कांग्रेस के कुछ तथाकथित लोगों के इशारे पर उनके ऊपर हमला किया गया. कांग्रेस के कार्यकर्ता अगर मौजूद नहीं होते, तो उनकी जान भी जा सकती थी. उन्होंने कहा कि वो पूर्व में भी आशंका जता चुके हैं कि उनके ऊपर राजनीतिक हमला हो सकता है. इसको लेकर सुरक्षा की मांग भी की थी, लेकिन किसी तरह की उनको सुरक्षा नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि राजनीतिक द्वेष भावना के तहत उनके ऊपर हमला कराया गया.
उन्होंने कहा कि कुछ भाजपा और कांग्रेस के तथाकथित नेताओं पर बीजेपी सरकार का संरक्षण है, जिसके कारण उनके ऊपर हमला कराया गया. पूर्व में भी वो लोग उनको धमकी दे चुके थे. उसके बावजूद भी पुलिस-प्रशासन ने उनके ऊपर कार्रवाई नहीं की है. हमला करने वाले लोग आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और उनके ऊपर कई मुकदमे दर्ज हैं. उनके ऊपर जिला बदर की कार्रवाई भी हो चुकी है, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने उनको संरक्षण दिया हुआ है.
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उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार कांग्रेस और उनकी आवाज को दबाने की कोशिश करती आ रही है, जिसका नतीजा है कि अब उनके ऊपर हमला हुआ है. पुलिस थाने से महज 50 कदम की दूरी पर उनके ऊपर हमला होना पुलिस के सुरक्षा व्यवस्था के ऊपर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
काफिला रोककर की गई मारपीट: बीते रोज बाजपुर में एक कार्यक्रम के दौरान एक पक्ष द्वारा पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य का काफिला रोककर अभद्रता करने का मामला सामने आया था. दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट भी हुई. जानकारी मिली है कि हमलावर काले झंडों के साथ लाठी-डंडों से लैस होकर आए थे. घटना में यशपाल आर्य के समर्थक नवदीप कंग समेत अन्य लोग चोटिल हुए हैं. लेवड़ा पुल के पास शमशान घाट के सामने ये घटना हुई है.
घटना के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य अपने दर्जनों समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंचे, जहां उन्होंने दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. यशपाल आर्य कोतवाली में ही धरने पर बैठ गए. वहीं, एसपी प्रमोद कुमार ने कहा कि यशपाल और उनके पुत्र के द्वारा बाजपुर कोतवाली में तहरीर दी गई है. जिसके आधार पर 12 लोग नामजद किए गए हैं और पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.