हल्द्वानी: कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर मजदूर और गरीबों पर देखा जा रहा है. मजदूरों को काम और मजदूरी नहीं मिलने के चलते ये लोग अपने घर वापस जाना चाहते हैं, लेकिन उनको कोई साधन नहीं मिल पा रहा है. जिसके चलते मजदूर मीलों पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़े हैं.
अल्मोड़ा के रहने वाले 25 मजदूर काम बंद हो जाने के चलते शुक्रवार सुबह चलकर शनिवार देर शाम सौ किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर लालकुआं पहुंचे. जहां थके हारे मजदूरों को स्थानीय लोगों ने पानी पिलाया और खाने को दिया. जिसके बाद मजदूर कुछ देर आराम करने के बाद उत्तर प्रदेश गोरखपुर के लिए रवाना हो गए.
मजदूरों का कहना है कि जहां मजदूरी करते हैं वहां मालिक ने लॉकडाउन के चलते उनको वहां से भगा दिया. उनके पास खाने पीने को कुछ भी नहीं रहा. जिसके बाद मजबूरन उनको अपने घर वापसी करना पड़ रहा है और करीब 100 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर लालकुआं पहुंचे हैं. जबकि गोरखपुर की दूरी अल्मोड़ा से 7 सौ किलोमीटर है. ऐसे में मजदूरों के चेहरे पर साफ मायूसी दिखाई दे रही है. वहीं मजदूर अपने घर जाने के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं.
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ऐसे में लॉकडाउन का असर सबसे ज्यादा मजदूरों पर पड़ा है, जिनकी मजदूरी भी इस महामारी ने छीन ली है. थके हारे मजदूर मजबूरन अपने घर को निकले हैं. ऐसे में मजदूर कोरोना वायरस से तो नहीं, लेकिन पैदल चलकर गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से उनकी जरूर मौत हो सकती है.