ETV Bharat / state

कॉर्बेट पार्क से शिफ्ट होंगे पांच बाघ, निरीक्षण करके लौटी टीम - दिल्ली वापस लौटी डब्लूआईआई की टीम

कॉर्बेट पार्क में तीन दिवसीय दौरे पर आई भारतीय वन्यजीव संस्थान की टीम वापस लौट गई. बाघों को राजाजी पार्क में रिलोकेट करने की जगहों का निरीक्षण करने के लिए टीम पहुंची थी. टीम ने बाघों को रिलोकेट करने का निरीक्षण पूरा कर लिया है.

ramnagar
निरीक्षण कर लौटी भारतीय वन्यजीव संस्थान की टीम
author img

By

Published : Sep 15, 2020, 10:19 AM IST

रामनगर: भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्लूआईआई) की टीम कॉर्बेट पार्क में तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची थी. आपको बता दें यह टीम पांच बाघों को राजाजी पार्क में रिलोकेट करने की जगहों का निरीक्षण करने के लिए यहां पहुंची थी. जिसका कार्य टीम द्वारा पूरा कर लिया गया है. सोमवार की देर शाम डब्लूआईआई की टीम वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गई.

राजाजी टाइगर रिजर्व शिफ्ट होंगे पांच बाघ.

बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पांच बाघों को राजाजी टाइगर रिजर्व के वेस्टर्न पार्क में भेजा जाना है. वेस्टर्न पार्ट में दो बाघिन अकेली पड़ गयी हैं. इसलिए उनकी संख्या नहीं बढ़ रही है. उसी को लेकर यहां से 5 बाघों को कॉर्बेट पार्क से रिलोकेट होना है.

उनमें से दो नर बाघ और तीन मादा बाघ हैं. उसी को लेकर जगहों का चिन्हीकरण और बाघों को जो यहां से रिलोकेट किये जाने हैं, उनको देखने वन्यजीव संस्थान की टीम कॉर्बेट पार्क में तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची थी. टीम द्वारा बाघों को रिलोकेट करने का स्थान व बाघों को चिन्हित कर लिया गया है. देर शाम टीम दिल्ली को रवाना हो गई.

ये भी पढ़ें: बच्चे की मौत के बाद बृजेश हॉस्पिटल पर फूटा गुस्सा, कोतवाली का घेराव

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि राजाजी टाइगर रिजर्व के वेस्टर्न जोन में दो बाघिन अकेली पड़ी हैं. जिनको लेकर 5 बाघों को कॉर्बेट पार्क से राजाजी पार्क रिलोकेट किया जाना है. इसके लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए), वन्यजीव संस्थान द्वारा प्रोटोकॉल निर्धारित किया गया है. उसी क्रम में वन्यजीव संस्थान और कॉर्बेट की टीम ने पिछले 3 दिनों में साइडों का चिन्हीकरण किया है.

उन्होंने कहा कि कौन-कौन से लोकेशन में टाइगर मौजूद हैं और कहां से आसानी से अन्य किसी जानवर को बिना नुकसान पहुंचाए इन बाघों का रेस्क्यू किया जा सके. यह वन्यजीव संस्थान की टीम द्वारा चिन्हीकरण कर लिया गया है. टीम का मानना था कि अभी बरसात की वजह से जो जंगलों में घास है वह काफी बड़ी है. संभवत अक्टूबर या नवंबर के महीने में इन बाघों को देखने में आसानी रहेगी. जिसके बाद पहले फेज में जो टाइगर हैं उनको शिफ्ट करने की कार्रवाई की जाएगी.

पहले चरण में एक मेल और फीमेल को जो कॉर्बेट और बाहर के एरिया में लगातार आते-जाते रहते हैं आईडेंटिफाई करके भेजा जाएगा. फिलहाल उस एरिया में कैमरा लगाने का काम किया जा रहा है, ताकि बाघों के मूवमेंट पर नजर रखी जा सके.

रामनगर: भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्लूआईआई) की टीम कॉर्बेट पार्क में तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची थी. आपको बता दें यह टीम पांच बाघों को राजाजी पार्क में रिलोकेट करने की जगहों का निरीक्षण करने के लिए यहां पहुंची थी. जिसका कार्य टीम द्वारा पूरा कर लिया गया है. सोमवार की देर शाम डब्लूआईआई की टीम वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गई.

राजाजी टाइगर रिजर्व शिफ्ट होंगे पांच बाघ.

बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पांच बाघों को राजाजी टाइगर रिजर्व के वेस्टर्न पार्क में भेजा जाना है. वेस्टर्न पार्ट में दो बाघिन अकेली पड़ गयी हैं. इसलिए उनकी संख्या नहीं बढ़ रही है. उसी को लेकर यहां से 5 बाघों को कॉर्बेट पार्क से रिलोकेट होना है.

उनमें से दो नर बाघ और तीन मादा बाघ हैं. उसी को लेकर जगहों का चिन्हीकरण और बाघों को जो यहां से रिलोकेट किये जाने हैं, उनको देखने वन्यजीव संस्थान की टीम कॉर्बेट पार्क में तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची थी. टीम द्वारा बाघों को रिलोकेट करने का स्थान व बाघों को चिन्हित कर लिया गया है. देर शाम टीम दिल्ली को रवाना हो गई.

ये भी पढ़ें: बच्चे की मौत के बाद बृजेश हॉस्पिटल पर फूटा गुस्सा, कोतवाली का घेराव

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि राजाजी टाइगर रिजर्व के वेस्टर्न जोन में दो बाघिन अकेली पड़ी हैं. जिनको लेकर 5 बाघों को कॉर्बेट पार्क से राजाजी पार्क रिलोकेट किया जाना है. इसके लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए), वन्यजीव संस्थान द्वारा प्रोटोकॉल निर्धारित किया गया है. उसी क्रम में वन्यजीव संस्थान और कॉर्बेट की टीम ने पिछले 3 दिनों में साइडों का चिन्हीकरण किया है.

उन्होंने कहा कि कौन-कौन से लोकेशन में टाइगर मौजूद हैं और कहां से आसानी से अन्य किसी जानवर को बिना नुकसान पहुंचाए इन बाघों का रेस्क्यू किया जा सके. यह वन्यजीव संस्थान की टीम द्वारा चिन्हीकरण कर लिया गया है. टीम का मानना था कि अभी बरसात की वजह से जो जंगलों में घास है वह काफी बड़ी है. संभवत अक्टूबर या नवंबर के महीने में इन बाघों को देखने में आसानी रहेगी. जिसके बाद पहले फेज में जो टाइगर हैं उनको शिफ्ट करने की कार्रवाई की जाएगी.

पहले चरण में एक मेल और फीमेल को जो कॉर्बेट और बाहर के एरिया में लगातार आते-जाते रहते हैं आईडेंटिफाई करके भेजा जाएगा. फिलहाल उस एरिया में कैमरा लगाने का काम किया जा रहा है, ताकि बाघों के मूवमेंट पर नजर रखी जा सके.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.