हल्द्वानी: वन अपराध रोकने के लिए वन विभाग वन तस्करों के खिलाफ लगातार मुकदमे और जुर्माने की कार्रवाई करता है. इसके बाद भी कुमाऊं के सबसे बड़े वेस्टर्न सर्किल वन डिवीजन में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले पांच सालों में वन विभाग के पश्चिमी वृत्त के 5 वन डिवीजन में 7,685 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 26 करोड़ 77 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया है. वन अपराध के मामले में 2,360 अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी की गई है.
मुख्य वन संरक्षक पश्चिम वृद्ध जीवन चंद्र जोशी ने बताया कि वन अपराधों को लेकर वन विभाग बेहतर काम कर रहा है. वहीं खनन तस्कर और वन्यजीव तस्करों के खिलाफ गिरफ्तारी और जुर्माना वसूला गया है.
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पिछले साल लॉकडाउन में आई अपराध में कमी
वन संरक्षक जीवन चंद्र जोशी ने बताया कि पिछले साल लॉकडाउन के चलते वन अपराध में काफी कमी देखी गई थी. वन विभाग वनों की सुरक्षा को लेकर बेहतर काम कर रहा है, जिसका नतीजा रहा कि पिछले साल वन अपराध में काफी गिरावट आई है.
इसके अलावा जुर्माने की राशि में भी बढ़ोतरी की गई है. वन अपराध में लिप्त अभी भी सैकड़ों वाहन ऐसे हैं, जो दोबारा वन अपराध में पकड़े जाने के बाद उनको नहीं छोड़ा जा रहा है.