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गौला नदी का जलस्तर घटने से गहराने लगा पेयजल और सिंचाई संकट

जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि शहर में पेयजल की समस्या को देखते हुए जल संस्थान को अतिरिक्त ट्यूबवेल लगाने के साथ ही वाटर टैंकर की व्यवस्था कराए जाने के निर्देश दिए जा चुके हैं.

gaula river haldwani
गौला नदी में घट रहा जलस्तर.
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Published : Jan 25, 2021, 11:28 AM IST

हल्द्वानी: मानसून सत्र में बरसात कम होने के चलते इस बार गौला नदी का जलस्तर काफी कम हो गया है. ऐसे में गर्मी आने में अभी 3 महीने का समय बाकी है, लेकिन गौला नदी में पानी कम होने के चलते अभी से शहर की पेयजल का संकट गहराने लगा है. यही नहीं नदी में पानी कम होने के चलते सिंचाई संकट भी गहरा सकता है.

गौला नदी का जलस्तर घटने से गहराने लगा पेयजल और सिंचाई संकट.
हल्द्वानी शहर की अधिकतर पेयजल व्यवस्था गौला नदी के पानी पर टिकी हुई है. सिंचाई विभाग की ओर से रोजाना गौला बैराज डैम से करीब 100 क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है. 100 क्यूसेक में से 30 क्यूसेक पानी जल संस्थान को आपूर्ति की जाती है, जिससे कि शहर की पेयजल आपूर्ति की जा सकें. इसके अलावा 70 क्यूसेक पानी सिंचाई के लिए छोड़ा जाता है, जिससे कि आसपास के किसानों की फसलों की सिंचाई हो सकें. गौला नदी में पानी कम होने से सिंचाई विभाग भी चिंतित है.

यह भी पढे़ं-प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास, लेकिन धुंधली तस्वीर दिखा रही आइना

वहीं जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि शहर में पेयजल की समस्या को देखते हुए जल संस्थान को अतिरिक्त ट्यूबवेल लगाने के साथ ही वाटर टैंकर की व्यवस्था कराए जाने के निर्देश दिए जा चुके हैं.

हल्द्वानी: मानसून सत्र में बरसात कम होने के चलते इस बार गौला नदी का जलस्तर काफी कम हो गया है. ऐसे में गर्मी आने में अभी 3 महीने का समय बाकी है, लेकिन गौला नदी में पानी कम होने के चलते अभी से शहर की पेयजल का संकट गहराने लगा है. यही नहीं नदी में पानी कम होने के चलते सिंचाई संकट भी गहरा सकता है.

गौला नदी का जलस्तर घटने से गहराने लगा पेयजल और सिंचाई संकट.
हल्द्वानी शहर की अधिकतर पेयजल व्यवस्था गौला नदी के पानी पर टिकी हुई है. सिंचाई विभाग की ओर से रोजाना गौला बैराज डैम से करीब 100 क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है. 100 क्यूसेक में से 30 क्यूसेक पानी जल संस्थान को आपूर्ति की जाती है, जिससे कि शहर की पेयजल आपूर्ति की जा सकें. इसके अलावा 70 क्यूसेक पानी सिंचाई के लिए छोड़ा जाता है, जिससे कि आसपास के किसानों की फसलों की सिंचाई हो सकें. गौला नदी में पानी कम होने से सिंचाई विभाग भी चिंतित है.

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वहीं जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि शहर में पेयजल की समस्या को देखते हुए जल संस्थान को अतिरिक्त ट्यूबवेल लगाने के साथ ही वाटर टैंकर की व्यवस्था कराए जाने के निर्देश दिए जा चुके हैं.

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