हल्द्वानी: तराई पूर्वी वन प्रभाग द्वारा अनूठी पहल करते हुए पहली बार इंफोर्समेंट टीम का गठन किया गया है. जिसके तहत 50 गांव के ग्रामीणों को वन्यजीवों से गांव की सुरक्षा कैसे की जाए, इसके लिए प्रशिक्षण दिया गया. टीम ने अलग-अलग गांव के करीब 150 लोगों का प्रशिक्षण दिया.
प्रभागीय वन अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि वन्यजीवों को ग्रामीण इलाकों में आने से रोकने के लिए फॉरेस्ट ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में ग्रामीण वॉलिंटियर को प्रशिक्षण दिया गया है. एफटीआई स्थित प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षित वॉलिंटियर को जल्द वन विभाग विशेष उपकरण भी उपलब्ध कराएगा, जो हाथी सहित अन्य जंगली जानवरों को ग्रामीण इलाकों से दूर रखने में मदद करेगा.
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उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत इन वॉलिंटियर को लाइट, तेज आवाज के हॉर्न सहित अन्य उपकरण वन विभाग द्वारा दिया जाएगा. जिसकी मदद से ग्रामीण वन्यजीवों को ग्रामीण इलाकों में घुसकर नुकसान करने से रोक सकेंगे.
बता दें कि तराई पूर्वी वन प्रभाग में बड़ा हिस्सा जंगल के किनारे ग्रामीण इलाके का है. जहां गन्ना, धान और गेहूं की फसल होती है, लेकिन पिछले कई सालों से हाथी और वन्यजीव फसलों को चौपट कर देते हैं. ऐसे में मानव वन्य संघर्ष की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही है. जिसको देखते हुए वन विभाग ने यह पहल की है.