रामनगर: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क और वन विभाग तराई वेस्ट की सीमा से लगे आधा दर्जन गांवों में बाघ और गुलदार का आतंक मचा हुआ है. आलम ये है कि गुलदार गांव की एक महिला और कई पालतू जानवरों को अपना निवाला बना चुका है. जिससे लोगों में दहशत का माहौल है. इसी बीच ग्रामीण बाघ और गुलदार के आतंक के खिलाफ सड़कों पर उतरे और रामनगर से ढेला जाने वाली रोड पर जाम लगाकर धरना प्रदर्शन किया.
नाराज ग्रामीणों ने सड़क पर बैठकर किया प्रदर्शन: बता दें कि कॉर्बेट और तराई पश्चिमी वनप्रभाग से लगे कानिया गांव और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में दो मवेशियों को बाघ के मारने के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. जिसके बाद नाराज ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ बुधवार को ढेला, झिरना रोड पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया. जिससे सड़क के दोनों ओर लंबा जाम लग गया.
अधिकारियों को धरनास्थल पर बुलाने पर अड़े ग्रामीण: वहीं, महिलाओं ने भी इस धरना प्रदर्शन में बड़चढ़कर हिस्सा लिया और वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण वन विभाग के अधिकारियों को धरनास्थल पर बुलाने की मांग कर रहे थे.
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कॉर्बेट प्रशासन कर रहा निगरानी: ग्रामीणों ने बताया कि शाम होते ही बाघ उनके खेतों के आसपास दिखने लगता है. जिससे डर का माहौल बना हुआ है. कॉर्बेट नेशनल पार्क के उपनिदेशक दिगन्थ नायक ने बताया कि प्रशासन अब इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और सुरक्षा की टीमें बढ़ा दी गई हैं. साथ ही लगातार मॉनिटरिंग भी की जा रही है.
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