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उत्तराखंड में रेंगने वाले जीवों के लिए बना पहला अनोखा पुल, जानें खासियत

अभी तक आपने गाड़ियों और मनुष्यों के लिए पुलों के बारे में सुना-देखा होगा. उत्तराखंड के नैनीताल जिले में वन विभाग की टीम ने रेंगने वाले जीवों के लिए एक अनोखा पुल तैयार किया है. इस पुल से जीवों को सड़क दुर्घटनाओं से बचाया जा सकेगा.

रेंगने वाले जीवों के लिए पुल
रेंगने वाले जीवों के लिए पुल
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Published : Dec 1, 2020, 8:37 AM IST

Updated : Dec 1, 2020, 1:26 PM IST

रामनगर: प्रदेश के नैनीताल जिले से अच्छी खबर सामने आई है. यहां वन विभाग ने आए दिन रेंगने वाले जीवों की सड़क दुर्घटना के कारण हो रही मौत को देखते हुए फतेहपुर रेंज के पास रामनगर-नैनीताल हाइवे पर एक लकड़ी का अनोखा पुल बनाया है. ये अनोखा पुल इंसानों के लिए नहीं बल्कि रेंगने वाले जीवों के लिए बयाना गया है. जिससे इन्हें सड़क दुर्घटना से बचाया जा सकेगा. इस पुल की मदद से रेंगने वाले जीव आसानी से सड़क के ऊपर बने इस पुल से सड़क पार कर सकेंगे.

बता दें कि, रामनगर-नैनीताल हाइवे पर अक्सर रेंगने वाले जीवों की गाड़ी के नीचे आने से मौत हो जाती है. इसी को देखते हुए वन विभाग ने इन जीवों के लिए दोनों सड़कों के बीच एक पुल बनाया है. इस पुल की मदद से सांप और अन्य रेंगने वाले जीव आसानी से सड़क पार कर सकेंगे. इस पुल को उत्तराखंड का अभी तक का सबसे अनोखा पुल बताया जा रहा है, जोकि 90 फीट लंबा और 5 फीट चौड़ा है.

रेंगने वाले जीवों के लिए बना पहला अनोखा पुल

यह भी पढे़ं-बदरीनाथ धाम की बदलेगी सूरत, पुनर्निर्माण कार्यों को मिलेगी गति

रेंज अधिकारी अमित गवास्कोटि ने बताया कि इस पुल को बांस, जूट और घास की मदद से बनाया गया है. इस पुल की लंबाई 90 फीट और चौड़ाई 5 फीट है. पुल को बनाने में 2 लाख रुपए की लागत आयी है. उन्होंने बताया कि इस पुल को बनाने में 10 दिन का समय लगा है. हाइवे पर यू-टर्न का मोड़ होने से आए दिन रेंगने वाले जीवों की कुचलने से मौत होती रहती थी. इसी को देखते हुए वन विभाग ने इस पुल का निर्माण किया. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा 2 पुल और बनाए जा रहे हैं.

अनोखे पुल की ये है खासियत

  • दो सड़कों के ऊपर बनाया गया है.
  • 90 फीट लंबा और 5 फीट चौड़ा है.
  • बनाने में दो लाख रुपए लागत आई है.
  • पुल बनाने में सिर्फ 10 दिन का समय लगा.

रामनगर: प्रदेश के नैनीताल जिले से अच्छी खबर सामने आई है. यहां वन विभाग ने आए दिन रेंगने वाले जीवों की सड़क दुर्घटना के कारण हो रही मौत को देखते हुए फतेहपुर रेंज के पास रामनगर-नैनीताल हाइवे पर एक लकड़ी का अनोखा पुल बनाया है. ये अनोखा पुल इंसानों के लिए नहीं बल्कि रेंगने वाले जीवों के लिए बयाना गया है. जिससे इन्हें सड़क दुर्घटना से बचाया जा सकेगा. इस पुल की मदद से रेंगने वाले जीव आसानी से सड़क के ऊपर बने इस पुल से सड़क पार कर सकेंगे.

बता दें कि, रामनगर-नैनीताल हाइवे पर अक्सर रेंगने वाले जीवों की गाड़ी के नीचे आने से मौत हो जाती है. इसी को देखते हुए वन विभाग ने इन जीवों के लिए दोनों सड़कों के बीच एक पुल बनाया है. इस पुल की मदद से सांप और अन्य रेंगने वाले जीव आसानी से सड़क पार कर सकेंगे. इस पुल को उत्तराखंड का अभी तक का सबसे अनोखा पुल बताया जा रहा है, जोकि 90 फीट लंबा और 5 फीट चौड़ा है.

रेंगने वाले जीवों के लिए बना पहला अनोखा पुल

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रेंज अधिकारी अमित गवास्कोटि ने बताया कि इस पुल को बांस, जूट और घास की मदद से बनाया गया है. इस पुल की लंबाई 90 फीट और चौड़ाई 5 फीट है. पुल को बनाने में 2 लाख रुपए की लागत आयी है. उन्होंने बताया कि इस पुल को बनाने में 10 दिन का समय लगा है. हाइवे पर यू-टर्न का मोड़ होने से आए दिन रेंगने वाले जीवों की कुचलने से मौत होती रहती थी. इसी को देखते हुए वन विभाग ने इस पुल का निर्माण किया. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा 2 पुल और बनाए जा रहे हैं.

अनोखे पुल की ये है खासियत

  • दो सड़कों के ऊपर बनाया गया है.
  • 90 फीट लंबा और 5 फीट चौड़ा है.
  • बनाने में दो लाख रुपए लागत आई है.
  • पुल बनाने में सिर्फ 10 दिन का समय लगा.
Last Updated : Dec 1, 2020, 1:26 PM IST
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