हल्द्वानी: उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय अब इंडोनेशिया, थाईलैंड और बांग्लादेश के मुक्त विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर नवाचार और शोध कार्य करेगा. ये सभी मुक्त विश्वविद्यालय मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स के प्रति दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के छात्रों के दृष्टिकोण पर शोध करेंगे.
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर विज्ञान में सहायक प्राध्यापक डॉ. जितेंद्र पांडेय ने कहा कि एशियाई मुक्त विश्वविद्यालय एसोसिएशन को मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स के प्रति दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के छात्रों के दृष्टिकोण विषय पर एक शोध प्रोजेक्ट का प्रस्ताव भेजा था, जिसे एसोसिएशन ने स्वीकार कर लिया है. इसमें ऑनलाइन कोर्स के प्रति दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के छात्रों का कैसा व्यवहार है और इसमें पंजीकरण काफी संख्या में होते हैं. मगर ज्यादातर छात्र बीच में ही कोर्स छोड़ देते हैं. ऑनलाइन कोर्स के प्रति छात्रों का रुझान कैसे बढ़ सकता है. इन सभी बिंदुओं पर शोध होगा.
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डॉ. पांडेय ने कहा कि इस शोध के लिए 4 विश्वविद्यालयों के छात्रों को शामिल किया जाएगा. भारत से नेताजी सुभाष ओपन विश्वविद्यालय तथा उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय और थाईलैंड से सुखोथैई थमाथरेत तथा इंडोनेशिया से यूनिवर्सिटी टरबुका को शामिल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए 5 हजार यूएस डॉलर की स्वीकृति हुई है.